रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्य्प्रदेश के रतलाम मेडिकल कॉलेज में छात्रों को एमबीबीएस के बाद उच्चतर शिक्षा के लिए महानगरों का रुख नहीं करना पड़े , इसके लिए कवायद तेज हो गई है। कॉलेज प्रशासन की पोस्ट ग्रेजुएशन एमडी और एमएस की 56 सीटों की मांग पर 15 सदस्यीय नेशनल मेडिकल कौंसिल की टीम शुक्रवार को रतलाम पहुंची। 4 सदस्यीय टीम वर्तमान में संचालित एमबीबीएस (अंडर ग्रेजुएशन) की पढाई और व्यवस्थाओं का जायजा ले रही है। उम्मीद है कि सबकुछ बेहतर रहा तो निरीक्षण उपरांत रतलाम शासकीय मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए एमडी और एमएस की पढाई भी जल्द शुरू हो जाएगी।
शासकीय मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को नजारा बदला-बदला सा नजर आया। छात्रों के अलावा फैकल्टी के चेहरे पर भविष्य को लेकर उत्साह का माहौल बना हुआ था। कारण कॉलेज परिसर में नेशनल मेडिकल कौंसिल (एएमसी) की टीम का निरीक्षण होना। कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि उनके द्वारा एएमसी को रतलाम मेडिकल कॉलेज में उच्चतर शिक्षा (एमएस और एमडी) के लिए 56 सीटों के लिए आवेदन किया गया था। इसमें एनोटॉमी, फिजियोलॉजी, बॉयोकेमेस्ट्री, माइक्रोबॉयलोजी, फोर्मिक्रोलॉजी के अलावा मेडिसीन, सर्जरी, स्त्रीरोग, बालरोग सहित चर्मरोग कुल 11 अलग-अलग ब्रांचों के लिए मांग की गई थी। इसको लेकर दिल्ली से आई टीम वर्तमान में निरीक्षण कर रही है। इसमें शामिल 4 सदस्यीय टीम यूजी-2018 के निरीक्षण में जुटी है। डीन डॉ. गुप्ता ने बताया कि सबकुछ बेहतर रहा तो जल्द ही रतलाम मेडिकल कॉलेज में उच्चतर शिक्षा की पढाई शुरू हो जाएगी। बताया जा रहा है कि नए शिक्षा सत्र से पूर्व रतलाम मेडिकल कॉलेज को एमएस और एमडी की पढाई की सौगात मिल सकती है।
बेहतरी के हरसंभव प्रयास
रतलाम में विकास और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हरसंभव बेहतरी के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में नेशनल मेडिकल कौंसिल टीम का रतलाम पहुंचना है। मेडिकल कॉलेज की 11 अलग-अलग ब्रांचों में पोस्ट ग्रेजुएशन की 56 सीटों पर पढाई शुरू होगी तो छात्रों का भविष्य सुगमता से उज्जवल होगा। – चेतन्य काश्यप, रतलाम शहर विधायक (मध्यप्रदेश)