रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
आधुनिक विज्ञान ज्योतिष पर निर्भर है, भारतीय ऋषियों की अनुपम देन ज्योतिष मानव कल्याण का शास्त्र है, सही जन्म विवरण का ज्ञान होने पर ज्योतिष के माध्यम से जातक के प्रारब्ध सहित वर्तमान और भविष्य की जानकारी प्राप्त कर सकते है। जबकि विज्ञान अभी तक इतना विकसित नहीं हुआ है।
यह विचार अखंड ज्ञान आश्रम के स्वामी देवस्वरूपानंद महाराज ने नक्षत्र लोक ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान तथा ज्योतिष शिक्षण जन कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नि:शुल्क परामर्श शिविर के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। शिविर में करीब 35 ज्योतिषियों ने 450 जातकों का वर्तमान और भविष्य बताया। सबसे अधिक हस्तरेखा और हस्ताक्षर के ज्ञाता के पास जातक कतार लगाए खड़े नजर आए। आयोजन में ज्योतिष की विभिन्न पद्धतियों जिसमें वैदिक ज्योतिष, अंकगणित, हस्तरेखा, हस्ताक्षर विज्ञान से समाधान किया तथा उन्हें विभिन्न समस्याओं के उपाय भी बताए गए। नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श शिविर में मोदीनगर गाजियाबाद से वरिष्ठ ज्योतिषी विनायक पुलह, जयपुर से अंतरराष्ट्रीय भविष्यवक्ता अनीश व्यास, बड़ौदा कुबेर भंडारी से लक्ष्मीचंद चेलानी, निंबाहेड़ा से पंडित प्रहलाद शर्मा, इंदौर से दीपक राठौड उज्जैन से भारती वर्मा, विनीता नागर आदि गणमान्य ज्योतिषियों ने परामर्श प्रदान किया।
श्रद्धांजलि देकर किया सम्मान
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी ने राज ज्योतिषी पंडित बाबूलाल जोशी, रामचंद्र शर्मा, ईएम लाल, बाबूलाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अतिथियों को नक्षत्र लोक ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान की और से पंडित अभिषेक जोशी जोधपुर तथा ज्योतिष जनकल्याण शिक्षण समिति रतलाम की ओर से पंडित जितेंद्र नागर माला उपवस्त्र सम्मान पत्र स्मृति चिन्ह भेंट किया।