रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जनसेवा अभियान में 35 योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के बाद प्रदेश के स्थापना दिवस से आयुष्मान कार्ड अभियान में फिर 63 नगर निगम कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। नतीजतन हालात ऐसे बन चुके हैं कि निगम में रोजमर्रा के काम कराने के लिए लोग आवेदन लेकर एक टेबल से दूसरी टेबल पर धक्के खा रहे हैं और उन्हें कुर्सियां खाली मिल रही हैं। इस अव्यवस्था पर आला अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं देने से उपजे हालातों को लेकर जनता अब सीधे-सीधे सरकार को कौस रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद 17 सितंबर से जनसेवा अभियान जमीनीस्तर पर शुरू हुआ था। शहरी सीमा में शासन की विभिन्न 35 योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के आदेश पर 60 निगम कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। 31 अक्टूबर को योजना के खत्म होने के बाद मूल काम पर कर्मचारी लौटे भी नहीं की दोबारा एक और आदेश आयुष्मान कार्ड अभियान के लिए लागू कर दिया गया। करीब डेढ़ माह से नगर निगम के अलग-अलग विभागों में जिम्मेदार कर्मचारियों की अनुपस्थिति से रोजमर्रा के काम को लेकर लोग परेशान होने लगे हैं।
मुख्य कार्य जो कि हो रहे प्रभावित
नगर निगम में पात्रता पर्ची, समग्र आईडी, मजदूर डायरी, संपत्तिकर, भवन निर्माण की एनओसी, नामांतरण की एनओसी सहित अन्य प्रमुख कार्य हैं जिनके लिए आमजन को संतोषप्रद जवाब नहीं मिल रहा। गुरुवार को भी निगम कार्यालय में लोग इस उम्मीद से पहुंचे की उन्हें कर्मचारी मिलेंगे, लेकिन उनकी उम्मीद पर पानी तब फिर गया जब पता चला कि संबंधितों की ड्यूटी आयुष्मान कार्ड अभियान में लगा दी गई है।
5-6 दिन की और परेशानी
शासन के आदेशानुसार योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए 60 निगम कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी विभाग के कर्मचारी इन कार्यों को कर रहे हैं। 5-6 दिन की और परेशानी है। – हिमांशु भट्ट, आयुक्त-नगर निगम रतलाम