रतलाम के नामली क्षेत्र का है निजी स्कूल, ग्रामीणों ने कर दी पिटाई, जिम्मेदार आंखे बंद कर बैठे
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के नामली में स्थित आदर्श वैली स्कूल संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बच्चों को स्कूल बस से घर छोड़ने जा रहा बस ड्राइवर नशे में पाया गया। बड़ोदा गांव के लोगों को जब इस बात का पता चला तो ड्राइवर की पिटाई कर दी। मौके पर स्कूल संचालक को बुलाकर जमकर खरी-खरी भी सुनाई। समय रहते ग्रामीणों की सजगता से बड़ा हादसा टल गया। स्कूल बस में छोटे-छोटे विद्यार्थी मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम स्कूल की छुट्टी होने के बाद स्कूल बस से नामली से बड़ोदा व आसपास के बच्चों को लेकर ड्राइवर लेकर निकला। शाम करीब 4.30 से 5 बजे के बीच स्कूल बस गांव बड़ोदा के बच्चों को लेकर गांव में पहुंची तो ड्राइवर बहुत तेज गति से बस चला रहा था। ग्रामीणों ने जैसे तैसे बस को रुकवाया तो पता चला कि ड्राइवर नशे में धुत था। ग्रामीणों ने ड्राइवर की पिटाई कर दी, इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। मौके पर स्कूल संचालक को बुलाकर ग्रामीणों ने खूब खरीखोटी सुनाई। स्कूल संचालक दूसरे ड्राइवर को लेकर आया। तब बच्चों को घर छोड़ा गया। गांव के पूर्व सरपंच एवं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक शर्मा, घनश्यामसिंह चौहान, ईश्वर लाल जाट ने बताया ड्राइवर नशे में धुत था। गांव में बहुत तेज गति से बस चला रहा था बड़ा हादसा हो सकता था। बस में गांव सहित आसपास गांव के बच्चें सवार थे। ड्राइवर को समझाने की कोशिश की लेकिन उल्टा विवाद करने लगा। शाम को गांव में काम का समय होने के कारण पुलिस को शिकायत नहीं कर पाएं। शुक्रवार को शिकायत की जाएगी। ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल बस में विद्यार्थियों की सुरक्षा व देखरेख को लेकर कोई भी केयर टेकर नहीं था।
जिम्मेदारों की अनदेखी पड़ सकती भारी
हर बार स्कूल शुरू होने के पहले पुलिस व आरटीओ द्वारा स्कूल बसों की जांच कर चालकों का भी वेरिफिकेशन किया जाता है। लेकिन इस बार किसी प्रकार की कोई जांच नहीं हो पाई। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण निजी स्कूलों की मनमर्जी चल रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी आंखे मूंद कर बैठे है। अधिकारियों की सांठगांठ से जिले में निजी स्कूल फल फूल रहे है।
गलती हो गई
जो मुख्य ड्राइवर था वह आ नही पाया था। उसी ने अन्य ड्राइवर को भेजा। कार्य मे व्यस्त होने के कारण देख नहीं पाए। हमसे गलती हो गई है। बस में केयर टेकर था। ग्रामीणों से जानकारी मिलने पर दूसरे ड्राइवर को लेकर पहुंचा। – सहीद खान, स्कूल संचालक