उज्जैन/रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज डेस्क।
मध्यप्रदेश में लगातार बारिश से अब जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हालात भयावह बनने लगे हैं। नदी, नाले उफान पर आ गए है। उज्जैन के बड़नगर में बाढ़ में फंसे एक मकान की छत से हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर तीन लोगों को बाहर निकाला। इसमें एक गर्भवती भी शामिल है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने वायुसेना से संपर्क कर नागपुर से हेलीकॉप्टर बुलाकर गर्भवती सहित तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकलवाया।
उज्जैन संभाग में बारिश का क्रम लगातार जारी है। बड़नगर के समीप स्थित चम्बल और चामला नदी के किनारे पर बसे लखेसरा, दौलतपुर, मतवाडिया, दंगवाड़ा, कजलाना, सेमलिया, चामलेश्वर गांव डूब क्षेत्र में आ गए है। देर रात से ही एसडीआरएफ की टीम ग्रामीणों की मदद के लिए लगी हुई है। इन्ही में से कुछ गांव अभी भी पानी से लबालब है। एसडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे अधिकांश लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, लेकिन ग्राम सेमलिया के एक मकान की छत पर शनिवार रात से ही गर्भवती महिला और दो अन्य व्यक्ति बाढ़ में फंसे थे। जिन्हे एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकालने के लिए कई प्रयास किए लेकिन पानी का बहाव तेज होने से नाव के माध्यम से इन्हें बचाना और वहां तक पहुंचना संभव नहीं था। इसके बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इन लोगों को बचाने के लिए नागपुर से वायु सेवा का MI17V5 हेलीकॉप्टर मंगवाया। जिसकी मदद से बारिश में फंसी गर्भवती महिला और दो अन्य लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया गया।