असीम राज पांडेय, केके शर्मा
रतलाम। विधानसभा का शंखानद होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों से टिकट दावेदारों की जोर-आजमाइश अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। फूलछाप पार्टी की तीसरी सूची का सभी को बेसब्री से इंतजार है। रतलाम शहर की सीट के लिए मुंह धोकर कतार में लगे उम्मीदवार दिल्ली-भोपाल तक की रेस में शामिल हो चुके हैं। ये अंदर की बात है कि एक स्थानीय नेताजी ने जब प्रदेश के आलाकमानों से रतलाम शहर को लेकर चुनाव की दावेदारी जताई तो वहां भी वहीं बात दोहराई गई जो नेताजी (उम्मीदवार) को दिल्ली में सुनने को मिली थी कि रतलाम छोड़कर बात करो…। आलाकमानों के जवाब के बाद नेताजी के चेहरे पर मायूसी नजर आने लगी है, जो पिछले कुछ माह से टू-व्हीलर पर घूमकर दावेदारी की ताल ठोंक रहे थे।
साहब को आया सारथी पर गुस्सा और हो गया मेडिकल
राष्टपिता महात्मा गांधी की जयंती पर स्वच्छता अभियान को लेकर फैसला सुनाने वाले विभाग में कार्यक्रम हुआ। इसमें सभी फैसला सुनाने वाले माननीयों ने सहभागिता निभाई। एक फैसला सुनाने वाले साहब के सारथी कार्यक्रम में नशे की हालत में पहुंच गए। पहले से कार्यक्रम में खड़े सभी साहबों के सारथियों ने नशे में आए सारथी की हालत भांप वहां से जाने का इशारा किया। साहब ने उक्त इशारों को पढ़ लिया और सारथी को करीब बुलाकर जमकर फटकार लगाई। फटकार तक बात खत्म नहीं होकर मामला संबंधित जिम्मेदारों को मेडिकल कराने के निर्देश पर जा पहुंचा। आदेश के पालन में जिम्मेदार सारथी को लेकर जब जिला अस्पताल पहुंचे तो सारथी ने अपनी पहुंच दिखाकर ड्यूटी डॉक्टर पर गलत रिपोर्ट बनाने की भरचक कोशिश की। डॉक्टर भी मामला समझ चुके थे तो उन्होंने साहब के सारथी को बचाने की पहुंच वालों को दो टूक शब्दों में कहा कि ऐसा मैं बिलकुल नहीं कर सकता हूं, क्योंकि नौकरी मैं भी कर रहा हूं।
खबरचियों को खबर दी तो खैर नहीं
रतलाम रेल मंडल पश्चिम रेलवे का सबसे बड़ा रेल मंडल है। आये दिन सुरक्षा व्यवस्था की कमी को लेकर यहां कुछ न कुछ होता रहता है, तो ऐसे में खबरचियों को तुरंत मसाला मिल जाता है। अधिकारियों के पहले खबरची पहुंच जाते है ऐसे में मंडल के कर्ताधर्ता को यह पसंद नहीं आ रहा है। कर्ताधर्ता यह पता करने में लग गए है कि आखिर खबरचियों को स्टेशन से लेकर यार्ड, डीजल शेड से कौन जानकारी देता है। कर्ताधर्ता ने सभी को चेतावनी तक दे डाली की अगर कोई खबर बाहर जाती है तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे।