– सभी को एक पंक्ति में होना पड़ेगा शामिल, यह तैयार किया रूट
उज्जैन, वंदेमातरम् न्यूज। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में नए साल की दर्शन व्यवस्था तय हो गई है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में मंदिर कार्यालय में आयोजित बैठक में दर्शन व्यवस्था को अंतिम रूप दिया। निर्धारित व्यवस्था के अनुसार जनसुविधा के दृष्टिगत 31 दिसंबर व 1 जनवरी को 250 रुपये टिकट वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था को पूर्णत: बंद रखने का निर्णय लिया। नए साल पर देश-विदेश से आने वाले भक्तों को चारधाम मंदिर पार्किंग से त्रिवेणी संग्रहालय के समीप शक्ति पथ के रास्ते नंदी द्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फैसिलिटी सेंटर-एक, टनल, नवीन टनल-एक से गणेश मण्डपम में प्रवेश देकर भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे।
दर्शन उपरांत भक्त आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर की ओर बड़ा गणेश मंदिर के समीप होते हुए हरसिद्धि मंदिर तिराहा और पुन: चारधाम मंदिर पर पहुंचकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे। तय किया गया है कि चारधाम के पास ही जूता स्टैंड बनाया जाएगा। दर्शन के बाद बड़ा गणेश होते हुए हरसिद्धि मंदिर तिराहा से पुन: चारधाम मंदिर पहुंचकर चरण पादुका लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना होंगे। कलेक्टर पुरुषोत्तम ने बताया आगामी कुछ दिन यदि भीड़ की स्थिति यथावत रहती है तो इस व्यवस्था को लागू रखा जा सकता है। श्री महाकाल महालोक के लिए अलग कतार नए साल में श्री महाकाल महालोक देखने के लिए अलग से कतार की व्यवस्था रहेगी। जिन दर्शनार्थियों को केवल श्री महाकाल महालोक देखना है, वे चारधाम मंदिर से पृथक लाइन में प्रवेश कर पिनाकी द्वार से प्रवेश करेंगे। पश्चात इसी द्वार से वे बाहर प्रस्थान करेंगे।
बुजुर्ग एवं दिव्यांगजन को विशेष सुविधा
नए साल पर महाकाल दर्शन करने आने वाले बुजुर्ग एवं दिव्यांगों के लिए मंदिर समिति ने विशेष इंतजाम किए हैं। ऐसे भक्तों को मंदिर के प्रशासनिक भवन के सामने स्थित अवंतिका द्वार गेट नंबर एक से निशुल्क दर्शन की व्यवस्था की गई है। बुजुर्ग व दिव्यांग इस द्वार से भगवान महाकाल के दर्शन करने जाएंगे तथा लौटकर इसी मार्ग से बाहर निकलेंगे। बड़े गणेश व हरसिद्ध चौराहा मार्ग पर प्रसाद काउंटर नए साल पर महाकाल दर्शन करने आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए बड़े गणेश से हरसिद्ध चौराहा वाले मार्ग पर प्रसाद काउंटर लगाए जाएंगे।