रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। केन्द्र सरकार की किसान और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को श्रम संगठन की संयुक्त समिती द्वारा गुलाब चक्कर में धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई। सभा स्थल पर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ वक्ताओं ने जमकर भड़ास निकाली। प्रदर्शन स्थल पर आशा और उषा कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रदर्शन स्थल पर राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया।


सभा को संबोधित करते हुए एमआर यूनियन के प्रदेश पदाधिकारी अश्विनी शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ पूरे देश में शुक्रवार को संयुक्त रूप से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। सरकार की श्रम विरोधी नीतियों से श्रमिक जगत में रोष व्याप्त है। किसानों के खिलाफ दमनकारी नीतियों से ऐसा लग रहा है जैसे हम देश में अपनों के खिलाफ ही अघोषित जंग लड़ रहे हैं। इस अवसर पर वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन महामंत्री मनोहर बारोठ ने कहा कि वर्तमान में देश में लगातार एनपीएस के विरोध केंद्रीय व राज्य सरकारों के खिलाफ आवाज बुलंद की जा रही है। केंद्र सरकार द्वारा हर क्षेत्र में अस्थाई कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। स्थाई रोजगार का अभाव है और मंहगाई चरम पर है। इसी वजह से आज समस्त श्रम संगठन संयुक्त रूप से विरोध कर रहे हैं। सभा को बैंक पेंशनर्स संघ के नरेंद्र जोशी, एमआर संघ के स्नेहिल मोघे ने भी सम्बोधित किया। एमआर यूनियन अध्यक्ष अभिषेक जैन ने बताया कि प्रदर्शन में पोस्टल एंप्लॉइज यूनियन के आईएल पुरोहित, सीटू के एमएल नागावत, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संघ की कृष्णा सोनगरा, जनवादी लेखक मंच के रणजीत सिंह, पेंशनर्स संघ के कीर्ति शर्मा, गीतादेवी राठौर, आशा ऊषा संघ की मीनाक्षी शर्मा, जैनेंद्र दशोत्तर, संजय व्यास, विजय सिंह, हरीश जोशी, प्रदीप यादव, मनोज असाटी सहित बड़ी संख्या में आशा, उषा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थीं।