– राजीव गांधी सिविक सेंटर के भूखंडों की रजिस्ट्री के अलावा भ्रष्ट अधिकारियों ने किया नामांतरण
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम नगर निगम का वित्तीय वर्ष 2024-25 को पेश के लिए बुलाया साधारण सम्मेलन असाधारण हो गया है। अब तक की परिषदों में पहली बार सत्ताधारी भाजपा पार्षदों ने निगम आयुक्त सहित जिम्मेदारों पर जमकर आरोप लगाते हुए कटघरे में खड़ा किया है। महापौर प्रह्लाद पटेल की नाकामी और आयुक्त का सदन में बचाव करते दिखाई देना जनतादीर्घा में सवालों को जन्म दे चुका है। सदन में जहां भाजपा पार्षद अपनी परिषद में तीखे तेवर में भ्रष्ट आयुक्त और अन्य अधिकारियों पर प्रमाण लेकर आरोप लगाते रहे, वहीं महापौर पटेल का सदन में उन्हीं दोषियों का बचाव करना पूरे मामले में नूराकुश्ती की तरफ इशारा कर चुकी है।
सम्मेलन का दूसरा दिन शनिवार काफी हंगामेदार रहा। राजीव गांधी सिविक सेंटर के भूखंडो की रजिस्ट्री और नामांतरण के आरोप सत्ताधारी भाजपा पार्षद शक्ति सिंह ने भ्रष्ट आयुक्त एपीएस गहरवार और उनके मातहतों पर लगाते हुए सवाल पूछे। इसका पूरजोर समर्थन भाजपा और विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्षदों ने टेबल थपथपाकर किया। भाजपा की महिला पार्षदों ने अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा शिकायतों पर सुनवाई नहीं करने और अभद्र भाषा में बात करने के आरोप लगाए। भाजपा पार्षद शक्तिसिंह राठौड़ ने शनिवार को दोबारा सिविक सेंटर में हुई भूखंडों की रजिस्ट्री का मामला प्रमाण के साथ उठाया। मामला गरमाता देख महापौर प्रहलाद पटेल के चेहरे की हवाई सदन में उड़ी नजर आई। उन्होंने मामला गरमाता देख वर्तमान में हुई रजिस्ट्रियों के साथ ही सिविक सेंटर में पूर्व में जितनी भी रजिस्ट्री हुई है उन सभी की जांच कर मामले को शांत करने की कोशिश की। विपक्ष के नेता शांतिलाल वर्मा ने आरोप लगाया कि वर्तमान में हुई कार्रवाई को उलझाने के लिए पुराने मामलों को सामने लाया जा रहा है। निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने कहा कि अक्टूबर 2023 से अब तक हुई रजिस्ट्री को निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।
आयुक्त की बेशर्मी भरा सदन में जवाब
सम्मेलन के दौरान भाजपा की महिला पार्षदों ने भी आयुक्त के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई। 7 मार्च को वार्ड क्रमांक 9 की पार्षद निशा पवन सोमानी ने बिना नाम लिए अधिकारी पर गलत व्यवहार और वार्डो के विकास कार्य रोकने की धमकी देने का आरोप लगाया था। सम्मेलन के दूसरे दिन महिला पार्षदों ने खुल कर आयुक्त पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। भाजपा पार्षद आयुषी सांकला. कविता चौहान ने आयुक्त की भाषा शैली और व्यवहार को लेकर आपत्ति जताई। अन्य महिला पार्षदों ने भी खड़े होकर विरोध जताया। निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने भी भी आयुक्त के प्रति नाराजगी जताई। सत्ता धारी दल के सभी पार्षदों ने जब खड़े होकर आयुक्त से जवाब मांगा तो उन्होंने चैलेंज देते हुए कहा कि आप मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाओ, तब मैं जवाब दूंगा। महिला पार्षदों ने महापौर से भी कार्रवाई के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि एक तरफा कार्रवाई नहीं हो सकती। उनसे भी बात करनी पड़ेगी। महापौर पटेल ने कहा कि आज के बाद यदि ऐसा व्यवहार होता है तो मुझे बताएं। सम्मेलन के अंत में भाषण के दौरान महापौर प्रहलाद पटेल ने आयुक्त एवं अधिकारियों से निवेदन किया कि इस तरह की भाषा का उपयोग न करें जिससे हमारी महिला पार्षदों का दिल दुखे। पूरे मामले में महापौर पटेल का आयुक्त के प्रति रवैया बयां कर गया कि निगम में भाजपा ने जनता से जिन वादों को लेकर कुर्सी हासिल की थी, वह अब जिम्मेदार महापौर भी भूल चुके हैं।