रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। बहुचर्चित राजीव गांधी सिविक सेंटर में 22 भूखंडों की रजिस्ट्री के मामले में नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्रालय ने रतलाम नगर निगम आयुक्त एपीएस गहरवार को सस्पेंड कर दिया है। रतलाम नगर निगम आयुक्त गहरवार अपनी अनियमित्त कार्यशैली के चलते मार्च-2023 में ज्वाइनिंग के बाद से सुर्खियों में छाए हुए थे। खास बात यह है कि निलंबित पूर्व निगम आयुक्त गहरवार मईवे-2024 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं और उसके पहले मंत्रालय ने अनियमित्ता बरतने पर बड़ी कार्रवाई की है।
मंगलवार को नगरीय विकास एवं आवास विभाग के हर्षल पंचोली के हस्ताक्षर से निलंबन आदेश जारी हुआ है। बता दें कि 7 और 9 मार्च को रतलाम नगर निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट पेश के लिए बुलाए साधारण सम्मेलन में निगम आयुक्त गहरवार के खिलाफ भाजपा पार्षदों ने जमकर नाराजी जताते हुए राजीव गांधी सिविक सेंटर के 22 भूखंडों की एमआईसी और परिषद की सक्षम स्वीकृति बिना अनियमित्ता करते हुए रजिस्ट्री और नामांतरण के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके पूर्व भाजपा जिला महामंत्री निर्मल कटारिया ने भी तत्कालीन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को सिविक सेंटर के भूखंड की नियम विपरित रजिस्ट्री पर आपत्ति लेते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। तत्कालीन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने आरोपों से घिरे निलंबित निगम आयुक्त गहरवार का जांच प्रतिवेदन राज्य शासन को भेजा था। आदेश में गहरवार की निलंबन अवधि उज्जैन संभाग के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग में अटैच किया है।
महिला भाजपा पार्षदों से भी कर चुके थे अभ्रदता
7 और 9 मार्च को निगम के बजट सम्मेलन में भाजपा महिला पार्षदों ने आयुक्त गहरवार के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई थी। 7 मार्च को वार्ड क्रमांक 9 की पार्षद निशा पवन सोमानी ने बिना नाम लिए अधिकारी पर गलत व्यवहार और वार्डो के विकास कार्य रोकने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया था। सम्मेलन के दूसरे 9 मार्च को महिला पार्षदों ने खुल कर आयुक्त गहरनवार पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया था। भाजपा पार्षद आयुषी सांकला. कविता चौहान ने आयुक्त की भाषा शैली और व्यवहार को लेकर आपत्ति भी जताई थी। अन्य महिला पार्षदों ने भी खड़े होकर निलंबित आयुक्त गहरवार का जमकर विरोध किया था। सत्ता धारी दल के सभी भाजपा पार्षदों ने जब खड़े होकर निलंबित आयुक्त गहरवार से जवाब मांगा तो उन्होंने चैलेंज देते हुए कहा कि आप मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाओ, तब मैं जवाब दूंगा। महिला पार्षदों ने महापौर से भी कार्रवाई के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि एक तरफा कार्रवाई नहीं कर सकता हूं और निलंबित आयुक्त गहरवार का बचाव किया था। इस मामले में पार्टी की काफी किरकिरी भी हुई थी और संगठन ने जमकर नाराजी भी जताई थी।