– आबकारी विभाग का एक भी जिम्मेदार नहीं पहुंचा मौके पर, टीआई और भाजपा पार्षद के बीच कहासुनी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिला मुख्यालय पर नए शराब लाइसेंस की प्रक्रिया के बाद स्थानांतरित दुकानों को लेकर रहवासी लामबंद हैं। बीती रात गांधी नगर में क्षेत्रीय पार्षद से लेकर जिला प्रशासन के जिम्मेदारों के खिलाफ रहवासियों ने सडक़ पर उतर नाराजी जताई तो सोमवार को सुबह से राजेंद्र नगर स्थित नई शराब दुकान के विरोध में क्षेत्र की महिलाएं और बच्चे चक्काजाम कर दुकान को अन्यंत्र स्थापित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। चार घंटे से तपिश वाली धूप में सडक़ पर बैठी महिलाएं पूर्व में लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार की जिला प्रशासन को चेतावनी दे चुकी हैं। इसके बाद चार दिन में दुकान अन्यंत्र स्थापित करने का आश्वासन तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर दिया था, लेकिन सोमवार तक शराब दुकान नहीं हटने पर रहवासियों ने सुबह से मोर्चा खोल दिया है। बड़ी संख्या में मौके पर क्षेत्रीय महिलाएं और पुरुष के साथ पार्षद रणजीत टांक भी मौजूद हैं।
बता दें कि रविवार रात गांधी नगर मुख्य रोड पर शराब की दुकान खोलने को लेकर रहवासी फिर से सडक़ पर उतर आए थे। दुकान के सामने बीच रास्ते पर बैठ सरकार व प्रशासन सहित क्षेत्रीय पार्षद भावना पैमाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रहवासियों द्वारा विरोध में क्षेत्रीय पार्षद भावना हितेश पैमाल नदारत रही। रहवासियों ने उन्हें फोन भी किया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस कारण रहवासियों में उनके खिलाफ भी अक्रोश देखा गया। महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर शराब की दुकान नहीं हटती है तो भूख हड़ताल पर बैठ लोक सभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। रघुपति राघव राजा राम भजन गाकर प्रशासन को सद्बुद्धि की महिलाओं व बच्चों ने प्रार्थना की। गांधी नगर क्षेत्र में जिस स्थान पर शराब की दुकान खोली गई वह मुख्य रोड है। सामने रेलवे का क्षेत्र है जो कि खुला है। आसपास रहवासी क्षेत्र है। ऐसे में क्षेत्र की महिलाएं, बच्चे व पुरुष दुकान के सामने विरोध पर उतर आए। चक्काजाम कर दिया। महिलाओं का कहना था कि शराब लेकर लोग आसपास ही बैठ रहे है। ऐसे में घर से महिलाओं व बच्चों का निकलना दुभर हो गया है। प्रशासन को भी शिकायत की। तीन दिन का आश्वासन दिया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हंगामें की सूचना पर थाना औद्योगिक क्षेत्र का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। प्रशासनिक अधिकारी को सूचना दी। नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय पहुंचे। महिलाओं ने शराब दुकानदारों के खिलाफ डराने-धमकाने की भी शिकायत की। महिलाओं की बात सुन नायब तहसीलदार उपाध्याय ने कहा कि आबकारी विभाग को इस बारे में बताया है। सुबह आकर वह मौका मुयाअना करेंगे। लेकिन महिलाएं नहीं मानी। उनका कहना था कि अगर कल से हमें कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। तब नायब तहसीलदार ने तीन दिन में दुकान हटाने का आश्वासन दिया। तब जाकर रहवासी माने।
चार घंटे से तपिश वाली धूप में बैठी महिलाएं
सोमवार सुबह 10.30 बजे से राजेंद्र नगर क्षेत्र की महिलाएं 39 डिग्री सेल्सियस की तपती धूप में बैठ वापस शराब दुकान के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। सूचना पर दीनदयाल नगर थाना प्रभारी सहित हाट चौकी प्रभारी और पुलिस बल पहुंचा। पुलिस ने चक्काजाम करने वाली महिलाओं को कानूनी कार्रवाई की बात कहीं तो महिलाएं आक्रोशित हो उठी। इस दौरान महिलाओं ने एकजुट होकर कहा कि जाओ हमारे खिलाफ एफआईआर भी कर लो, लेकिन हम शराब दुकान को यहां पर नहीं चलने देंगे। क्षेत्र में मंदिर और मस्जिद के अलावा पीपल का पेड़ हैं जहां प्रतिदिन सुबह शाम पूजन-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं जाती है। इसके अलावा दो निजी स्कूल भी हैं। इधर दीनदयाल नगर टीआई और क्षेत्रीय पार्षद रणजीत टांक के बीच भी कहासुनी हुई। टीआई ने भाजपा पार्षद टांक से कहा कि यह विरोध आप करवा रहे हो, इस दौरान पार्षद टांक भडक़ गए और उन्होंने कहा कि आपके पास कोई सबूत है। क्षेत्रीय महिलाओं का विरोध है। हमें क्षेत्र की जनता की समस्या के साथ खड़ा रहना पड़ेगा और उसका निराकरण करवाना हमारी जिम्मेदारी है।