– प्रारंभिक जांच में सामने आया शादी के बाद युवती कर रही थी ब्लैकमेल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के ढोढर पुलिस चौकी अंतर्गत अंधे कत्ल का खुलासा हो गया है। युवती की गला रेत निर्मम हत्या करने वाला आर्मी में लांस नायक बतौर जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर में पदस्थ था। मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मामले में मुख्य आरोपी की पत्नी को भी साक्ष्य मिटाने के चलते पुलिस ने आरोपी बनाया है।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की। बता दें कि 2 अप्रैल 2024 को ढोढर पुलिस चौकी अंतर्गत नर्सिंग स्टूडेंट सविता राठौर (20) का गला रेत और अर्ध नग्न शव खेत में मिलने से सनसनी फ़ैल गई थी। एसपी लोढ़ा ने बताया सविता की हत्या उसके ही रिश्तेदार पिंटू पिता कालू सिंह राजपूत निवासी ग्राम कोठड़ी (थाना ताल) ने की थी। आरोपी पिंटू भारतीय सेना की फील्ड रेजीमेंट में लांस नायक के पद पर पदस्थ था और द्रास सेक्टर में पोस्टेड है। आरोपी पिंटू सिंह मृतिका सविता का रिश्ते में मामा भी लगता है। बीते 3 वर्षों से दोनों के बीच प्रेम संबंध थे। जून 2023 में आरोपी पिंटू की शादी हो गई थी जिसके बाद सविता उससे रुपए के लिए दबाव बनाकर उसे ब्लैकमेल भी कर रही थी। इसके बाद आरोपी पिंटू ने डेढ़ माह में छुट्टी खत्म होने से पूर्व षड्यंत्र कर उसकी हत्या को अंजाम दिया। वारदात के बाद घबराकर आरोपी पिंटू ने ग्राम कोठड़ी स्थित घर पहुंचकर पत्नी शीतल को जानकारी देकर उसे लेकर घटनास्थल पहुंचा था। यहां पर पिंटू और शीतल ने मिलकर सविता के शव के कपड़े निकालकर साक्ष्य खत्म करने का प्रयास किया था। इसी के चलते पुलिस ने मुख्य आरोपी पिंटू की पत्नी शीतल को भी आरोपी बनाया है।
शिनाख्ति के बाद मोबाइल से मिले साक्ष्य
मृतिका सविता के शव की शिनाख्त और अंधा कत्ल पुलिस के लिए चुनौती था। शव मिलने के पांचवें दिन परिजन रतलाम औद्योगिक थाना पर गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे। यहां पर जब शव का फोटो दिखाया तब परिजन ने उसकी पहचान सविता राठौर निवासी खाचरौद तहसील के गांव नरेड़ीबेरा (जिला उज्जैन) के रूप में की थी। इसके बाद पुलिस ने मृतिका के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर अंधे कत्ल का खुलासा किया। जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी पिंटू सिंह ने रतलाम के सखवाल नगर में किराये से रहने वाली सविता राठौर को 1 अप्रैल 2024 की शाम मोबाइल कर पंचेड़ फंटे पर बुलाया था। सविता रतलाम से बस से पंचेड़ फंटे पर पहुंचकर आरोपी पिंटू से मिली थी। पिंटू पहले से पंचेड़ फंटे पर बुलेट लेकर खड़ा था और वह उसे लेकर रिंगनौद थाना अंतर्गत ढोढर चौकी क्षेत्र में पहुंचा। रात करीब 8.30 बजे मुख्य आरोपी पिंटू ने पहले सविता के सीने पर चाकू से हमला किया। इसके बाद उसके संघर्ष के दौरान गला रेत कर शव को घसीटकर खेत में फेंक दिया था। मुख्य आरोपी पिंटू मौके पर पत्नी शतील को लेकर पहुंचा था और दोनों ने फिर साक्ष्य खत्म करने का प्रयास करते हुए सविता के शव से कपड़े उतार कर दूर कहीं जंगल में फेंक दिए थे।
प्रारंभिक तौर पर साफ था कि लूट के इरादे से नहीं की हत्या
2 अप्रैल-2024 को ढोढर के समीप फोरलेन स्थित एक खेत में अर्धनग्न युवती की गला रेत लाश और शरीर पर अंडर गारमेंट्स के अलावा एक कुर्ती का टुकड़ा मिला था। शव के गले में चेन, हाथ में अंगूठी व कान में सोने के टॉप्स मिलने के बाद पुलिस ने संभावना जताई थी कि इसकी हत्या लूट के इरादे से नहीं करते हुए किसी ने विश्वास में लेकर उसे साथ लाया और युवती का गला रेता है। पुलिस ने शव की शिनाख्ती के लिए जिले के अलावा दूसरे राज्यों की पुलिस और सोशल मीडिया का भी उपयोग किया था। 6 अप्रैल 2024 की सुबह उज्जैन जिले के नरेड़ीबेरा गांव निवासी मृतिका सविता का भाई धीरेंद्रसिंह पिता भरतसिंह राठौर परिजनों के साथ रतलाम औद्योगिक पुलिस थाने पहुंचा था। मृतिका के भाई धीरेंद्र सिंह के अनुसार उसकी आखरी बार सविता से 31 मार्च 2024 की करीब 6 से 7 बजे के बीच मोबाइल पर बात हुई थी। 1 अप्रैल 2024 को सविता का मोबाइल स्वीच ऑफ मिला था। मृतिका सविता अधिकतर मोबाइल स्वीच ऑफ रखती थी। उन्होंने लगातार कॉल किए, लेकिन मोबाइल बंद ही मिला। इसके बाद परेशान भाई धीरेंद्र सिंह और परिजन 6 अप्रैल 2024 की सुबह रतलाम पहुंचे। मृतिका सविता के मामा गजराज सिंह पिता शंभूसिंह ने बताया कि होली पर भानजी सविता घर आई थी। रविवार को भानजे धीरेंद्र सिंह के साथ वह सविता को रतलाम छोडऩे आए थे। शव की शिनाख्ती के बाद जावरा में जिस स्थान पर गड्ढा खोद शव दफनाया वहां पर खुदाई कर शव को बाहर निकाला गया था। इसके बाद परिजनों ने शव का जावरा में ही अंतिम संस्कार कर दिया था।