– ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने की Cbyercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम में सायबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। ठगी का शिकार हुए सेवानिवृत रेलवे अधिकारी के साथ बदमाशों ने शेयर मार्केट में इंवेस्ट करने व आईपीओ खरीदने के नाम पर 38 लाख 12 हजार 743 रुपए ठग लिए है। जब रिटायर्ड रेलवे अधिकारी को शंका हुई तो उन्होंने Cbyercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की। रतलाम पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
रतलाम के सम्यक रेसिडेंसी ( प्रताप नगर ) निवासी कुलदीप (61) द्विवेदी ने 29 अप्रैल को Cbyercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज की। इसके बाद पुलिस की सायबर सेल ने पूरे मामले को समझा। इसके बाद 8 मई को स्टेशन रोड पुलिस थाने में जिन-जिन बैंक खातों में राशि जमा कराई है। उन एजेंसी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता के अनुसार वह 31 जनवरी 2023 को रेलवे से सेवानिवृत्त हुए है। 10 फरवरी 2024 को उन्हें दोपहर 12.41 बजे पर VIP CONSULTING 40 वाट्सएप ग्रुप में किसी ने जोड़ा। उसके बाद 13 फरवरी 2024 को शाम 6.57 पर J 406 EVER CORE STOCK PULL UP वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ा। फिर 26 फरवरी 2024 की शाम 5.40 बजे J 410 Fyers customer service ग्रुप में जोड़ा। वाट्सएप ग्रुप में मार्केट शेयरिंग से संबंधित चर्चा की जाती थी। इस बात के लिए प्रेरित किया जाता था कि आप किस प्रकार इंवेस्ट करेंगे। जिससे आपको शेयर मार्केट में ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त होगा। इसी लालच में शिकायतकर्ता आ गए।
ट्रेडिंग कंपनी ने एक माह में ऐसे बिछाया जाल
धोखे का शिकार हुए सेवानिवृत रेलवे अधिकारी के अनुसार Fyers securities pvt Ltd नाम की एक ट्रेडिंग कंपनी है। मैने उक्त एप को सच मानते हुए उसे डाउनलोड किया। किंतु J 410 ग्रुप में मुझे लिंक के माध्यम से गोपाल कवेली रेड्डी ने 12 मार्च 24 को Fyers app इंस्टाल करवाई। Fyers app के स्क्रीन शाट डाउनलोड की गई। Fyers एप में शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव के बाद चैट ग्रुप की चैटिंग में यह बताया जाता था कि आपको किस में इन्वेस्ट करना उचित होगा। दूसरी ट्रेडिंग कंपनी एप देखने से कंपेयर करने पता लगता था कि यह सही है। शिकायतकर्ता द्वारा झांसे में आकर भारतीय स्टेट बैंक से ऑनलाइन व यूपीआई से बताए गए 6 एजेंसियों के खाते में अलग-अलग रुपए 14 मार्च-24 से 14 अप्रैल-24 तक 38 लाख 12 हजार 743 रुपए ट्रांसफर किए।
अतिरिक्त राशि हड़पने से पहले खुल गया राज
धोखे का शिकार हुए सेवानिवृत रेलवे अधिकारी के अनुसार जब उन्होंने राशि निकालने के लिए एप में विड्रोल ऑप्शन चुना। तब उनके पास एक वाट्सएप कॉलिंग कर बताया कि नया शेयर का आईपीओ खरीदे तो उसके प्रॉफिट के बाद आप विड्रोल कर पाएंगे। दोबारा जब विड्रोल करना चाहा तो कहा कि पोर्टफोलियों 3 से 5 करोड़ रुपए के ऊपर होगा, तब आप विड्रोल कर सकेंगे। अन्यथा 10 प्रतिशत राशि जमा कराए तो ही आप विड्रोल कर पाएंगे। तब सेवानिवृत रेलवे अधिकारी ने बताया कि मेरी मूल राशि से 10 प्रतिशत काटकर मुझे राशि भुगतान कर दी जाए। जालसाजों द्वारा न तो राशि विड्रोल करने दी और एप से विड्रोल ऑप्शन भी डिसएबल कर दिया। लगातार अतिरिक्त फंड डालने का दबाव बनाया गया। बाद में जालसाजों द्वारा कॉल भी अटेंड नहीं की गई। शंका होने के बाद वह पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने 6 एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।