– नगर निगम प्रशासन की दो बड़ी लापरवाही हादसे का कारण, परिजन और रहवासियों में आक्रोश
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय पर एक बार फिर आवारा मवेशियों ने 60 वर्षीय महिला को चपेट में ले लिया। रतलाम के टाटा नगर क्षेत्र स्थित शुक्रवार शाम बुजुर्ग महिला घर के बाहर बैठ बाटी सेंक रही थी। इस दौरान सडक़ के दोनों दिशा से सांड दौड़ते हुए पहुंचे लड़ते हुए बुजुर्ग महिला को चपेट में लेकर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। घबराहट होने पर वृद्धा परिजनों के साथ अस्पताल नहीं गई। शनिवार सुबह अचेत अवस्था में परिजन जब उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तब डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। रतलाम मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंपा गया।
हादसे का शिकार हुई मृतिका शांताबाई (60) पति मदनलाल निवासी टाटा नगर है। मृतिका के पति मदनलाल ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि शुक्रवार शाम को शांताबाई घर के बाहर कंडे पर बाटी सेंक रही थी। परिवार के अन्य लोग घर में थे। इसी दौरान दो सांड लड़ते हुए आए और उनके ऊपर गिर गए। घटना इतनी तेजी से हुई कि उन्हें संभलने का भी मौका नहीं मिला। शांताबाई की छाती पर पेर रखते हुए सांड खुदे हुए नाले में जा गिरे और वह भी संतुलन बिगडऩे से नाले में गिर गई थी। शांताबाई की चीख सुनकर घर के अंदर से सभी सदस्य बाहर दौडक़र आए। क्षेत्र के अन्य रहवासियों की मदद से शांताबाई को तीन माह से खुले पड़े नाले से बाहर निकाला। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने शांताबाई को अस्पताल चलने के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दिया कि मुझे अभी ज्यादा घबराहट हो रही है। शनिवार सुबह अचानक तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर जब परिजन उन्हें रतलाम जिला अस्पताल लेकर गए, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। ड्यूटी डॉक्टर ने जांच कर शांताबाई को मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रतलाम मेडिकल कॉलेज भिजवाया। शाम 5 बजे पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा। यहां से परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए।
दो बड़ी लापरवाहियों से शांताबाई की हुई मौत
एंबुलेंस से शव पहुंचने के बाद क्षेत्र में शांताबाई की मौत की खबर फैल गई। लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। रहवासियों ने बताया कि दीनदयाल नगर क्षेत्र में वर्ष-2016 में एक बुर्जुग व्यक्ति को सांडों ने लड़ाई के दौरान चपेट में ले लिया था। इसके अलावा तोपखाना, बजाज खाना सहित हरदेव लाला की पीपली के अलावा सैलाना बस स्टैंड पर भी आवारा मवेशियों की चपेट में लोगों की जान गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नगर निगम प्रशासन की दो लापरवाहियों के चलते महिला की मौत हुई है। पहली रतलाम शहर में आवारा मवेशियों के खिलाफ दिखावें की कार्रवाई चंद दिन चलती है। इसके अलावा हादसे वाले क्षेत्र में तीन महीने से करीब 4 फीट नाला खुदा पड़ा है। नगर निगम के जिम्मेदारों की लापरवाही से खुदे पड़े नाले में शुक्रवार को वृद्ध महिला सांडों की चपेट में आने के बाद उसमें गिर गई और मौत हो गई। मृतिका के पति मदनलाल ने बताया कि सडक़ निर्माण के दौरान नाले की खुदाई की गई थी। सडक़ तो बन गई, लेकिन नाले का निर्माण लापरवाह नगर निगम के अधिकारियों और पार्षद ने अधूरा छोड़ दिया।