रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले में पहली बार प्राइवेट स्कूल की मनमानी के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त नजर आया है। ग्राम डेलनपुर स्थित श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल से मनमाने दामों पर कितने व यूनिफॉर्म बेचने के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। स्कूल के खिलाफ शिक्षा विभाग के नियमों के तहत 2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। स्कूल की मान्यता निरस्त करने को लेकर प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेजा है। रतलाम जिले के इतिहास में किसी प्राइवेट स्कूल के खिलाफ जुर्माने की अब तक की यह बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है।
बता दें कि श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल प्रबंधन के मनमाने दामों पर सामग्री बेचने के मामले में 7 जुलाई – 2024 को तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, डीईओ केसी शर्मा ने अधिकारियों के साथ स्कूल में छापामार कार्रवाई की थी। स्कूल के कक्षों में बड़ी संख्या में किताबे व यूनिफॉर्म से लेकर मोजे, ब्लेजर कई सामग्री मिली थी। जो कि स्कूल परिसर से पैरेंट्स को बेचने के लिए रखी थी। जो कि नियम विरुद्ध था। अधिकारियों ने पांच घंटे स्कूल परिसर में रहकर बुक्स व यूनिफॉर्म समेत सारी सामग्री जब्ती में ली। स्कूल के एक कक्ष में सारी सामग्री रख ताला लगा कर सील किया था। कार्रवाई के दो दिन बाद स्कूल प्रिंसिपल डीईओ ऑफिस पहुंची। इसके बाद कलेक्टर राजेश बाथम ने स्कूल को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा। 12 जुलाई को स्कूल से कलेक्टर को जवाब मिला। जिसमें गलती होना बताया गया। भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा नहीं करने की बात कही।
नियम को ताक पर रखे हुए था श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल
प्रशासन की जांच में संस्था का कृत्य मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन) अधिनियम 2017 एवं मध्य प्रदेश निजी विद्यालय (फीस तथा संबंधित विषयों का विनियमन) नियम 2020 का उल्लंघन पाया गया। कलेक्टर द्वारा नियम 10 के अंतर्गत 2 लाख रुपए की जुर्माना चेतन्य टेक्नो स्कूल पर ठोका है। इसके अलावा स्कूल से राजसात स्टॉक की यूनिफॉर्म एवं पुस्तकों को प्रथम आओं-प्रथम पाओ के सिद्धांत के आधार पर उनका विक्रय प्रिंट मूल्य के एक तिहाई मूल्य पर परिजनों को किया जाएगा। साथ ही अवैधानिक कृत्य के लिए स्कूल की मान्यता समाप्त करने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा।
बड़ी मात्रा में नियम विरुद्ध पाई गई थी सामग्री
चेतन्य टेक्नो स्कूल भवन के ग्राउंड फ्लोर के तीन कक्ष एवं प्रथम तल के एक कक्ष में यूनिफॉर्म एवं बुक्स भंडार मिला था। जिसमें यूनिफार्म के 346 कार्टून युनिफॉर्म, बेल्ट, टाई, मोजे, 295 पैकेट स्वेटर, ब्लेजर, किताबों के 304 बंडल, 62 खुली किताब मिली थी। जांच में माना गया कि स्कूल परिसर में यूनिफॉर्म एवं बुक्स पाई जाने से यह पूर्णतः स्पष्ट हुआ कि विद्यार्थियों एवं पैरेंट्स को स्कूल से सारी सामग्री बेची जा रही थी।