80 फीट रोड पर राहगीरों की जमा हुई भीड़, मौके पर पहुंची पुलिस और वीडियो वायरल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले में सरकारी के साथ अब प्राइवेट हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सेवाएं असंवेदनशील हो चुकी हैं। 80 फीट रोड स्थित एक बच्चों के प्राइवेट हॉस्पिटल में परिजनों से बच्चे की बढ़ाचढ़ा कर बीमारी बता राशि ऐंठने का वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बंटोर रहा है, वहीं दूसरी 80 फीट रोड पर स्थित जीडी हॉस्पिटल में भर्ती युवक पेशाब और नाक में लगी नलियों के साथ अर्धनग्न अवस्था में बाहर निकलकर जमकर हंगामा किया। हाथ में पेशाब की थैली पकड़कर बाहर आया भर्ती युवक दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र में बीती रात मारपीट में घायल हुआ था। बीती रात उपचार के दौरान उसे मेडिकल कॉलेज से इंदौर रेफर किया था, लेकिन परिजन उसे बेहतर उपचार के लिए जीडी हॉस्पिटल लेकर आए थे। भर्ती युवक का आरोप है कि उसे उपचार के दौरान अस्पताल में बंधक बना दिया था और परिजनों से लगातार राशि की मांग की जा रही है। घायल भर्ती युवक वीडियों में उपचार के लिए आमजन से जीडी हॉस्पिटल में नहीं आने की अपील करता भी सुनाई दे रहा है।

सोमवार दोपहर में 80 फीट रोड स्थित जीडी हॉस्पिटल के बाहर राहगीरों के भीड़ जमा हो गई। राहगीर माजरा समझने के साथ युवक के शोर मचाने का वीडियो बनाने लगे। जीडी हॉस्पिटल में भर्ती युवक का नाम बंटी निनामा है। राहगीरों के वीडियो बनाने के दौरान माजरा कैद हुआ है कि उसे भर्ती करने के बाद से उपचार के नाम पर बांध दिया था और परिजनों से लगातार राशि की मांग की जा रही है। राहगीरों के बनाए वीडियो में भर्ती युवक आक्रोशित होकर साफ कहता नजर आ रहा है कि यहां पर कोई मत आना यह लोग चोर हैं। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर औद्योगिक क्षेत्र थाने से पुलिसकर्मी भी पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित भर्ती युवक बंटी निनामा सहित परिजनों को शांत कराने की काफी कोशिश की। राहगीरों द्वारा बताया जा रहा है कि भर्ती युवक अनाप-शनाप राशि बिल में जोडऩे से नाराज था। इसके अलावा उसके साथ महिलाएं भी आक्रोशित हो रही थी और उन्होंने जीडी हॉस्पिटल प्रशासन के मनमाने रवैये को लेकर जमकर नाराजगी जाहिर की। गंभीर मामले में जीडी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. लेखराज पाटीदार से संपर्क कर उनका पक्ष लेना चाहा, लेकिन उनके द्वारा मोबाइल रिसीव नहीं किया गया।
समझाइश के बाद ऑटो में बैठ गया अन्यंत्र
हंगामें की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने काफी देर तक घायल युवक सहित उनके परिजनों को समझाने की कोशिश करते रहे। इस दौरान पेशाब और नाक में लगी नलियों के साथ अद्र्धनग्न युवक को कपड़ा लपेटकर उसे कुर्सी पर बाहर ही बैठाया। इस दौरान युवक के परिजनों को उपनिरीक्षक एचबी दीक्षित, नरेश पांडेय सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने समझाइश दी कि वह पहले युवक का उपचार करवाएं। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे वापस मेडिकल कॉलेज ले जाने के लिए कहते रहे, लेकिन वह परिजनों के साथ ऑटो में बैठकर अन्यंत्र हॉस्पिटल चला गया।