रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज
जोधपुर-इंदौर एक्सप्रेस के ऐसी कोच पहिए की स्प्रिंग टूटने के बाद रतलाम प्लेटफॉर्म पर इसे देख लिया गया। यहां से ट्रेन यदि निर्धारित गति से ही रवाना होती तो हादसे की आशंका थी।
ट्रेन को धीमी गति से रवाना किया गया।
ट्रेन सुबह 6.24 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर ठहरी। प्लेटफॉर्म पर सीएन्डब्ल्यू के ऑन ड्यूटी कर्मचारी (टीसीए 1 ) पीयूष नालियां ने कोच की जांच की। कर्मचारी को ऐसी कोच बी-4 के पहिए की स्प्रिंग टूटी दिखाई दी। कर्मचारी ने फौरन ही विभाग के इंजीनियर को सूचित किया। हालांकि जांच उपरांत ट्रेन को 80 किमी प्रतिघंटा की गति से चलाने योग्य माना और इसे के जाने की मंजूरी दी गई। इसके बाद ट्रेन 6.31 बजे चित्तौड़गढ़ की ओर रवाना की गई।
मामले में कर्मचारियों का कहना है कि रतलाम-जोधपुर सेक्सन में ट्रेनें 110 की गति से परिचालित हो रही है। यदि इस गति से जोधपुर-इंदौर ट्रेन रवाना होती तो कोच के बेपटरी होने की भी आशंका थी।