रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज़।
रेल मंडल के रतलाम-नीमच के बीच करीब 1100 करोड़ रूपए लागत से रेल लाइन की डबलिंग होगी। रेलमंत्री ने इसकी बुधवार को ऑनलाइन पत्रकारवार्ता में इसकी घोषणा की है। रतलाम मंडल स्तर पर वर्चुअल मीटिंग के साथ डीआरएम विनित गुप्ता ने भी प्रोजेक्ट के बारे में जानकारियां दी। डबलिंग का काम पूरा होने से इस मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा। साथ ही मालगाड़ियों के अलावा पैसेंजर ट्रेनों की संख्या में भी इजाफा होगा। औद्योगिक यूनिट का सेक्सन होने से माल लदान में भी रेलवे को आर्थिक लाभ के अवसर मिलेंगे।
यातायात का दबाव कम होगा
वर्चुअल मीटिंग में रतलाम की मीडिया से जुड़े रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रतलाम-नीमच डबलिंग के बारे में विस्तार से जानकारी देते कहा कि वर्तमान में सिंगल लाइन की वजह से 150 प्रतिशत ट्रैक का उपयोग हो रहा है। यातायात के मान से यह दबाव बहुत अधिक है। डबलिंग का काम होने से दबाव में कमी आएगी। इससे गाड़ियों की संख्या भी बढ़ाई जा सकेगी।
साढ़े तीन साल में काम पूरा करने का लक्ष्य
132.92 किमी दूरी तक डबलिंग के काम का लक्ष्य भी रेलवे ने निर्धारित किया है। इसके लिए ईपीसी (इंजीनियरिंग प्रोफ़्यूरमेंट कॉन्ट्रेक्ट) के तहत एक ही फर्म को सभी कामों के टेंडर देंगे। टेंडर प्रकिया पूरी होने के बाद अगले साल जनवरी तक संभवतः काम शुरू कर दिया जाएगा। लगभग साढ़े तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा।
प्रति घंटा स्पीड बढ़ेगी
डीआरएम विनित गुप्ता ने बताया कि डबलिंग पूरा होने से गाड़ियों की गति बढ़ेगी। यात्रियों के सफर के समय में भी कमी आएगी। पहले जो गाड़ियां औसतन 35 से 36 किमी प्रतिघंटा की गति से चलाई जाती थी। वर्तमान में यह गति 50 किमी प्रतिघंटा है। लेकिन डबलिंग के बाद गति और भी बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल रतलाम-नीमच लाइन पर 16 पैसेंजर ट्रेनें व 8 जोड़ी मालगाड़ियों का परिचालन हैं।
350 करोड़ रुपए खर्च होंगे
डबलिंग के काम में स्वीकृत फंड की राशि भी हर साल पर्याप्त रूप से मंत्रालय से भेजी जाएगी। 350 करोड़ रुपए का हर साल अलॉटमेंट होगा। इसके मान से कामों को गति मिलेगी। नीमच से दलौदा तक 63.49 किमी दूरी का काम मार्च 23 तक पूरा करना है। दलौदा से बरायला चौरासी 45.05 किमी की दूरी का काम मार्च 24 तथा बरायला चौरासी से रतलाम 24.38 किमी दूरी तक का काम मार्च 25 में पूरा करने की गाइडलाइन तय की है।
लागत की जानकारी आंकड़ों में
1095.88 करोड़ रुपए कुल लागत
868 करोड़ रुपए का सिविल वर्क्स
88 करोड़ रुपए का सिंग्नल एंड टेलीकॉम खर्च
4.5 करोड़ रुपए मैंकेनिकल खर्च
8.25 करोड़ रुपए प्रति किमी कास्ट रहेगी