रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
अफसरों से सांठगांठ कर सैलाना ओवर ब्रिज के समीप तानी जा रही द्वारका रेजीडेंस का टीएनसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लान) की ओर से अभी तक नक्शा निरस्त नहीं हो सका। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की ओर से 11 अक्टूबर को नगर निगम आयुक्त एवं टीएनसीपी के उपसंचालक को उक्त कार्रवाई के लिए 15 दिन की मियांद दी गई थी। नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया ने 22 अक्टूबर को द्वारका रेजीडेंसी की निर्माण अनुमति निरस्त कर दी। इसके बाद भी अभी तक टाउन एंड कंट्री प्लान की ओर से नक्शा निरस्त की कार्रवाई नहीं होना आमजन में कई सवाल खड़े करने लगा? टीएनसीपी के प्रभारी उपसंचालक गौरेलाल वर्मा अभी भी मामले में नरमी बरते हुए हैं।
बता दें कि न्यायालय कलेक्टर द्वारा 11 अक्टूबर को दिए आदेश में साफ लिखा है कि 15 हजार 276 वर्गफीट भूमि बिल्डर जितेंद्र नागल के स्वामित्व की नहीं है, न हीं सरकारी सडक़ के रुप में दर्ज है। कॉलोनी या बिल्डिंग निर्माण के लिए नगर निगम से जारी होने वाली अनुमति से पूर्व बिल्डर को टाउन एंड कंट्री प्लान विभाग से नक्शा स्वीकृत कराना होता है। टाउन एंड कंट्री प्लान विभाग की ओर से द्वारका रेजीडेंसी के लिए पूर्व में तैयार नक्शे में सरकारी जमीन को साधारण रास्ता दर्शाकर सांठगांठ को अंजाम दिया था। इसके बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के अलावा नक्शा निरस्त नहीं करना जिम्मेदारों की मिलीभगत की तरफ इशारा कर रही है। इसके अलावा कब्जाई सरकारी जमीन को लेकर बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं होना भी कार्रवाई पर अंगुली उठा रही है। मुद्दे पर टीएनसीपी के प्रभारी उपसंचालक गौरेलाल वर्मा की वंदेमातरम न्यूज से चर्चा के दौरान बताया कि कलेक्टर द्वारा दी गई मियांद पूरी नहीं हुई है, उन्हें बताया गया कि 11 अक्टूबर से अभी तक 14 दिन पूरे हो गए हैं, कल आखरी दिन है? ऐसे में आप कल क्या करेंगे ? इस सवाल के जवाब पर उनके द्वारा बताया गया कि अभी तक द्वारका रेजीडेंसी की ओर से जवाब प्रस्तुत नहीं हुआ।
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