रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
रतलाम के माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी पर दक्षिणा राशि को जेब में रखते हुए समाचार प्रकाशन करने व प्रशासन द्वारा पुजारी को नोटिस देने के बाद हिंदू समाज व समस्त ब्राह्मण समाज में आक्रोश है। शनिवार को हिंदू संगठनों के साथ समस्त ब्राह्मणजन व पुजारी शहर के कोर्ट तिराहे पर एकत्र हुए। यहां पर समाचार पत्र व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इसके बाद समाचार पत्र की प्रतियां जलाई।
विरोध प्रदर्शन की शुरूआत वैदिक मंत्रोच्चार से की। साथ ही जय-जय श्री राम के नारे भी लगाए। मौजूद पंडितों का कहना था कि षड्यंत्रकारी कहीं न कहीं कुछ विप्रबंधु ब्राह्मण देवता का अपमान करते आ रहे हैं और लंबा समय हो गया ब्राह्मण इस अपमान को सहता जा रहा है। साथ ही शासन प्रशासन द्वारा भी ब्राह्मणों के हक का अतिक्रमण किया जा रहा है। जो पैसा ब्राह्मणों के हित में होना चाहिए वह सरकार अपने अधीन कर रही हैं। मंदिर में जब श्रद्धालु श्रद्धा से अपनी स्वेच्छा से ब्राह्मणों को दक्षिणा दे रहे हैं तो उसके लिए भी सरकार प्रतिबंध लगाना चाह रही है। सरकारी दानपात्र वहां पर रखा है उसके बावजूद अगर व्यक्ति ब्राह्मणों की हित में उनके लिए कुछ देना चाहते हैं तो उस पर भी सरकार अपनी दृष्टि जमाए हुए हैं। इसीलिए समस्त हिंदू समाज यह मांग रखता है कि मंदिरों का पैसा मंदिरों के कल्याण के लिए और समाज कल्याण के लिए ही उपयोग होना चाहिए न कि इसे शासन अपने अधीन करें। रतलाम नगर के एक समाचार पत्र द्वारा लक्ष्मी मंदिर के पुजारी को दक्षिणा राशि को जेब मे रखते हुए दिखाया गया है जो कि यह व्यक्ति विशेष का अपमान नहीं होकर समस्त विप्रबंधु ब्राह्मण देवता पुजारियों का अपमान है। जिसके कारण समस्त विप्रबंधु ब्राह्मणों व पुजारियों का कहीं न कहीं हृदय में अत्यंत पीड़ा हुई है।
यह रहे मौजूद
इस दौरान वैदिक जाग्रति ज्ञानविज्ञान पीठ के संस्थापक अध्यक्ष पंडित संजय शिवशंकर दवे, पंडित हरीश चतुर्वेदी, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा राष्ट्रीय जिला अध्यक्ष पंडित दीपक उपाध्याय, हरीश शर्मा, रोहित दुबे, चेतन शर्मा, निशिकांत शर्मा, हिंदू संगठन की तरफ से आशीष सोनी, राजेश कटारिया, मनोज सगरवंशी, सौरभ चौबे, कुलदीप माहेश्वरी, नित्येन्द्र आचार्य, कमलेश जोशी, अशोक गुर्जर सहित आदि मौजूद रहें।