रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
जिले के नामली और रावटी में हुए दो जघन्य हत्याओं का खुलासा पुलिस ने मंगलवार शाम प्रेसवार्ता में कर दिया। पुराने कंट्रोल रूम पर आयोजित प्रेसवार्ता में ग्रामीण एसडीओपी संदीप कुमार निगवाल ने पत्रकारों को बताया की थाना नामली अंतर्गत रूघनाथगढ़ में हुए अंधे कत्ल का है। जिसमे मृतक कन्हैयालाल के सगे काका का लड़का ही हत्यारा निकला।
पुलिस ने मामले की गहनता से जांच करते हुए कन्हैयालाल के चचेरे भाई आरोपी कचरुलाल पिता रमेशचंद्र धाकड़ उम्र 19 वर्ष निवासी रुघनाथगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है। जिस पर भादवि धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। एसडीओपी संदीप कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की मृतक कन्हैयालाल व उसके चचेरे भाई कचरुलाल के बीच पैतृक खेत के बंटवारे के बाद से पानी की ट्यूबवेल को लेकर विवाद था। दोनों के खेत में पानी के लिए केवल एक ट्यूबवेल होने से उन्होंने अपना अपना समय बांध रखा था। इसी बात पर आए दिन छुटपुट विवाद होते रहते थे। 21 नवम्बर की रात भी विवाद हुआ जिसमें आरोपी कचरूलाल ने कन्हैयालाल पर धारदार हथियार से हमला करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, कपड़े व जूते भी जप्त किये है। जांच के दौरान पुलिस द्वारा आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
नशे में मारी लात
इसी प्रकार थाना रावटी अंतर्गत बरखेड़ा में 20 नवम्बर की रात्रि 1:30 बजे रातिजगा के कार्यक्रम के दौरान आरोपी शान्तु पिता रमेश भूरिया उम्र 25 वर्ष निवासी बरखेड़ा शराब के नशे में मृतक लक्ष्मण पिता हरिया भूरिया निवासी बरखेड़ा के पास कुरकुरे का पैकेट लेने गया। पैकेट नहीं देने पर आरोपी शान्तु ने लक्ष्मण को गालियां देते हुए उसके गुप्तांग पर लात मार दी और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गयी। हत्या के बाद से शान्तु फरार था जिस पर पुलिस ने भादवि की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
नामली थाना अंतर्गत हुए अंधे कत्ल को सुलझाने में नामली थाना प्रभारी आरएस भाभोर, थाना प्रभारी बाजना रेवलसिंह बरडे, एसआई आरपी सारस्वत, कांता भाभर आदि की सरहानीय भूमिका रही। रावटी थाना अंतर्गत हुए हत्याकांड के खुलासे में थाना प्रभारी लोकेंद्र सिंह ठाकुर, एसआई राम सिंह, एएसआई एल एस दायमा, प्रआ. बालू सिंह, आर. प्रेम सिंह व महेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।