रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
जिले के राजस्व अधिकारियों की कार्य समीक्षा कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा गुरुवार को आयोजित बैठक में की गई। विभिन्न राजस्व मुद्दों पर कलेक्टर द्वारा कई राजस्व अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए खासतौर पर तहसीलदारों को परफारमेंस सुधारने के लिए चेतावनी दी। कलेक्टर ने यह स्पष्ट कहा कि आगामी राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक के दौरान सबसे खराब परफॉर्मेंस पाए जाने वाले जिले के दो तहसीलदारों को निलंबित किया जाएगा। साथ ही संबंधित एसडीएम को शोकॉज नोटिस दिया जाएगा।
जावरा तहसीलदार द्वारा कम वसूली किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की, साथ ही एसडीएम को भी समीक्षा करने के निर्देश दिए। रतलाम शहर में भी तहसीलदार द्वारा कम वसूली की गई जिस पर कलेक्टर द्वारा असंतोष व्यक्त किया गया। राज्य शासन के अभिलेख शुद्धीकरण अभियान की भी समीक्षा कलेक्टर ने की। बताया गया कि जिले के ताल आलोट में अच्छा कार्य किया गया है, जिसकी कलेक्टर द्वारा सराहना की गई। भूमि स्वामी प्रकार में रतलाम तहसील पीछे हैं तो रिक्त भूमि स्वामी मद में पिपलोदा, सैलाना द्वारा अच्छा कार्य नही किया गया।
मूल एवं बटन खसरा में रावटी, जावरा, सैलाना, पिपलौदा का कार्य असंतोषजनक है। सीमांकन तथा नामांतरण प्रकरणों की भी समीक्षा कलेक्टर द्वारा की गई। कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए कि आगामी बैठक से पूर्व 300 दिवस से ज्यादा की राजस्व शिकायतों का निराकरण कर दिया जाए। बैठक में धारणाधिकार स्वामित्व योजना की भी समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश तहसीलदारों को दिए।
नजूल निर्वतन की भी समीक्षा की। खनिज पट्टों के भौतिक सत्यापन की समीक्षा भी की गई। इसमें लगभग सभी तहसीलदारों के द्वारा कार्य नहीं किए जाने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। लोक सेवा गारंटी की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि सैलाना में शिकायतें क्यों बढ़ रही है अपर कलेक्टर को समीक्षा के निर्देश दिए।
बैठक में अपर कलेक्टर एमएल आर्य, जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार अधीक्षक भू-अभिलेख, नायब तहसीलदार उपस्थित थे।