रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा और ट्रेनी नन की मौत पर शनिवार को ओडिसा से आए परिजन के साथ ही कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन ने चुप्पी साध पूरे मामले पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए। कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन के कर्मचारी जयप्रकाश उर्फ जेपी की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराना और परिजन को अस्पताल से रवाना कर अन्यंत्र ले जाकर मीडिया के समक्ष कुछ नहीं बोलने देने ने पूरे मामले पर संदेह उपज गया। शनिवार को जिला अस्पताल में 3 डॉक्टर की पैनल द्वारा 17 वर्षीय मृतिका छात्रा अलीशान पिता लेब्रियल लोम्गा निवासी ललाईखामन जिला सुंदरगढ़ (ओडिसा) का पोस्टमार्टम हुआ।
मालूम हो कि सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल परिसर में 9 दिसंबर की रात 17 वर्षीय छात्रा अलीशान पिता लेब्रियल लोम्गा ने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी। स्टेशन रोड पुलिस ने परिजन के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कहकर घटना के दो दिन बाद भी खुदकुशी के कारण का पता नहीं लगा सकी। शनिवार सुबह करीब 11 बजे मृतिका अलीशान के पिता लेब्रियल, मां बप्तिस्ता और भाई अखिलेश लोम्गा कार से जिला अस्पताल पहुंचे। पीछे-पीछे कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन का कर्मचारी जयप्रकाश उर्फ जेपी सहित स्टॉफ के चपरासी और अन्य कर्मचारी आए। पुलिस की कागजी कार्रवाई पर परिजन के हस्ताक्षर के बाद उन्हें कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन का एक अन्य कर्मचारी मीडिया से दूरी बनाकर अपने साथ अन्यंत्र ले गया। करीब 2 घंटे चले पोस्टमार्टम के दौरान पूरे समय कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन का कर्मचारी जयप्रकाश उर्फ जेपी मौके पर डॉक्टर और अन्य स्टॉफ कर्मचारी से बतियाता रहा। मीडिया के पहुंचने पर ऐतराज जताने के दौरान जब कैमरे के सामने उससे पूछा कि सरकारी अस्पताल के पीएम कक्ष में वह क्या कर रहा है? सवाल और कैमरे से बचकर पोस्टमार्टम कक्ष से बाहर आ गया। दोपहर 2 बजे शव को रेलवे क्षेत्र स्थित सेंट एनस चर्च ले जाया गया, यहां पर फादर कश्मिरी ने प्रार्थना कराई। शाम करीब 4 बजे मृत छात्रा अलीशान का शव शिवशंकर कॉलोनी के सामने स्थित क्रिश्चियन चर्च ले जाया गया। क्रिश्चियन चर्च में शव ले जाने के बाद कॉन्वेंट स्कूल प्रबंधन सहित परिजन के प्रवेश के बाद बाहर से ताला लगा दिया। मामले की जांच कर रहे एसआई मुकेश सस्तियां ने भी छात्रा की मौत के कारणों से अनभिज्ञता जाहिर की।