रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम में सागोद रोड स्थित जयंतसेन धाम के पीछे अवैध कॉटेजनुमा कॉलोनी में रसूखदारों ने अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक नियम विपरित 3.5 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट (सीसी) सड़क का जाल फैला दिया। औने-पौने दाम पर सिंचिंत कृषि भूमि खरीदने के बाद भूमाफियाओं ने 5 से 10 हजार स्क्वेयर फीट के भूखंडों का विक्रय अनुमति बगैर बनाई सीमेंट कांक्रीट सड़क और विद्युत पोलों को दिखाकर किया। भूमाफियाओं ने ऊंचे दामों पर डॉक्टर, उद्योगपति,व्यापारी,कॉलोनाइजर सहित स्कूल एवं कॉलेज संचालकों को उक्त बड़े-बड़े भूखंड बेच दिए। भूमाफियाओं के जाल में फंस चुके खरीदारों में हड़कंप व्याप्त है।
बता दें कि नवंबर-2020 से अवैध कॉलोनियों पर चली जेसीबी व पोकलेन मशीनों के बाद अब तक ऐसे 17 कॉलोनाइजर सहित भूखंड स्वामियों के खिलाफ अलग-अलग थानों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। बावजूद इसके सागोद रोड स्थित जयंतसेन धाम के पीछे से बिरियाखेड़ी तक करीब 100 बीघा कृषि भूमि पर नियम विपरित बनाई सीमेंट कांक्रीट सड़क को उखाड़ने की कार्रवाई नहीं हुई। रसूखदारों ने 4 भूमि सर्वों पर अलग-अलग प्रावधानों को दर्शाकर टीएंडसीपी से नक्शा पास कराया लेकिन निर्माण कार्य की अनुमति नगर निगम या ग्राम पंचायत से नहीं ली। इन्हीं निर्माणों में सुकून मैरिज गार्डन भी शामिल है, जिस भूमि पर सुकून मैरिज गार्डन बना है उस भूमि सर्वें पर भूमाफियाओं ने टीएंडसीपी (नगर एवं ग्राम निवेश कार्यालय) से कृषि गोदाम निर्माण का नक्शा पास कराया था।
जमीन की जादूगरी में यह हैं शामिल
सस्ते दामों पर कृषि भूमि खरीदकर जयंतसेन धाम के पीछे करोड़ों की अवैध कॉटेजनुमा कॉलोनी के निर्माण में मेसर्स पाश्र्वनाथ डेवलपर्स और पार्टनर पवन पिता पारसमल पिरोदिया, किरण पति कमल पिरोदिया, राजेश पिता मोतीलाल चौहान, महेंद्र पिता बंसतीलाल पिरोदिया, मयंक पिता मणिलाल गोटा सहित अन्य प्रमुख रूप से शामिल हैं। जिला प्रशासन की कॉलोनी सेल की ओर से इन जमीन के जादूगरों को तीन बार नोटिस जारी किया जा चुका है। नोटिस के आधार पर यह लोग डायवर्शन (व्यपवर्तित) के अलावा अन्य मजबूत दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके।