रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
भाजपा के अलावा कांग्रेस में भी रतलाम महापौर पद के प्रत्याशी की घोषणा को लेकर असमंजस्य बरकरार है। कांग्रेस में पिछड़ा वर्ग से दो उम्मीद्वारों में से एक अंतिम नाम पर चयन नहीं होने का प्रमुख कारण अल्पसंख्यक वर्ग से उम्मीद्वारी प्रबल होना बताया जा रहा है। कांग्रेस हाईकमान प्रतिद्वंदी के सामने ऐसा चेहरा लाना चाह रही है जो मतों के आधार पर टक्कर दे सके। रतलाम कांग्रेस महापौर प्रत्याशी के लिए भोपाल में अल्पसंख्यक उम्मीद्वार के नाम पर मंथन शुरू कर दिया गया।
भाजपा में रतलाम महापौर प्रत्याशी की पैनल सूची में रोज दावेदारों का कद बढ़ रहा तो किसी का कम होता नजर आ रहा है। इसी बीच कांग्रेस में शुरुआत से पूर्व पार्षद राजीव रावत और शहर युवक कांग्रेस अध्यक्ष मंयक जाट के बीच दावेदारी को प्रबल बताया जा रहा था। इन्हीं सब के बीच भोपाल कांग्रेस कार्यालय पर प्रदेश के अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजयसिंह से भेंट कर रतलाम महापौर प्रत्याशी के रूप में पूर्व पार्षद फैय्याज मंसूरी का नाम प्रस्तुत कर सभी को चौंका दिया। अल्पसंख्यक कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने पार्टी के वरिष्ठ के सामने तर्क रखा है कि पूर्व में जिन दो नामों पर मंथन हो रहा था उसकी तुलना में पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी फैय्याज मंसूरी की छवि शहर में काफी बेहतर है। मंसूरी ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी बेहतर कार्य किया है। इन्हीं सब बिंदुओं के आधार पर कांग्रेस हाईकमान ने रतलाम में प्रतिद्वंदी की मजबूती को भांपते हुए अंतिम मुहर नहीं लगाकर नए सिरे से मंथन में जुटी है। राजनीति बिसात में चली जा रही नई चालों के बीच फैय्याज मंसूरी की अब कांग्रेस महापौर प्रत्याशी को लेकर दावेदारी मजबूत हो गई है। प्रदेश की 15 नगरीय निकायों के कांग्रेस महापौर प्रत्याशी की घोषणा होना और रतलाम नगरीय निकाय में प्रत्याशी केनाम पर मुहर नहीं लगना भी इसी का एक प्रमुख कारण है, जिसमें कांग्रेस आलाकमान अल्पसंख्यक चेहरा कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में घोषित कर सकती है।
फोटो – भोपाल में पूर्व सीएम कमलनाथ से चर्चा करते पूर्व पार्षद फैय्याज मंसूरी।