केके शर्मा
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
ट्रेनों में यात्रा के दौरान अब टीटीई (TTE) मनमाने तरीके से बर्थ आवंटित नहीं कर सकेंगे। टिकट चेक करने वाले TTE के हाथ मैनुअल चार्ट के बजाय अब आधुनिक हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT) से लैस होंगे। रतलाम रेल मंडल में करीब 175 हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT) आ गए है। अगले सप्ताह से ट्रेनों में TTE आधुनिक हैंड हेल्ड टर्मिनल से टिकिट चेक करेंगे।
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर इन HHT मशीन को चलाने के लिए ट्रेनिंग भी शुरू हो गई है। रतलाम रेल मंडल के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, चित्तौड़गढ़ में रेल कर्मचारी को यह आधुनिक हैंड हेल्ड टर्मिनल दिए जाएंगे। रतलाम रेल मंडल जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि मंडल के करीब 175 आधुनिक हैंड हेल्ड टर्मिनल आ चुके है। इसे चलाने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। अगले सप्ताह से ट्रेनों में बर्थ चार्ट की जगह यह आधुनिक हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT) से TTE के हाथों में होगा।
ऐसे होगा काम
ट्रेन में यात्रियों के नेट टर्न-अप के कारण खाली हुई बर्थ को एचएचटी में फीड किया जाएगा। खाली बर्थ फीड होते ही आरएसी बर्थ की पुष्टि हो जाएगी। टिकट कन्फर्मेशन की जानकारी यात्री के मोबाइल पर पहुंच जाएगी। आरएसी क्लियर होने के बाद बर्थ खाली होने के बाद वेटिंग लिस्ट के यात्रियों के टिकट भी कंफर्म हो जाएंगे। इसकी जानकारी यात्रियों के मोबाइल फोन तक भी पहुंच जाएगी। एचएचटी के उपयोग से अनाधिकृत बर्थ आवंटन पर अंकुश लगेगा। साथ ही TTE की मनमर्जी भी नहीं चलेगी। इसके अलावा वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को राहत के साथ-साथ पारदर्शिता के साथ रियल टाइम बर्थ की उपलब्धता भी मिलेगी।
ऐसे चलेगा सिस्टम
हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT) सिस्टम रेलटेल के नेटवर्क 4जी पर चलेगा। इसके लिए सीम का भी अलॉटमेंट कर दिया है। HHT रास्ते में पॉइंट ऑफ सेल (POS) की तरह प्रतिक्रिया नहीं देगा। रेल अधिकारियों की मानें तो व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए रेलवे प्रशासन हर टीटीई को पीओएस दिया जा रहा है।