रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
आदिवासियों के बीच लोकप्रिय तड़वी और पटेल परम्परा को लेकर आवाज उठने लगी है। समाज की विशेषता और प्रमुखताओं की गिनती में शामिल परम्परा के विलुप्त होने की चिंता जनजाति विकास मंच को सताई है। मुद्दे पर मंच की ओर से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नाम एसडीएम संजीव केशव पांडेय को ज्ञापन सौंपा गया।
मंच के जिला संयोजक की मौजूदगी में मंच के संजय निनामा, रामलाल डाबी, महेश डोडियार, भेरूसिंह निनामा ने उक्त पंरपरा के लिए प्रति व्यक्ति को प्रति माह 5 हजार रुपए मानदेय के अतिरिक्त 5वीं अनुसूचि में ग्राम सभा का आयोजन तड़वी और पटेल की अध्यक्षता में संपन्न कराने की मांग की गई। इसके अतिरिक्त प्रमुखता से समाज के तड़वी और पटेल को शस्त्र लायसेंस आवंटिक किए जाने की मांग की गई। मुख्यमंत्री सिंह के नाम सौंपे पत्र में जनजाति विकास मंच ने उक्त मांगों पर जल्द विचार कर निर्णय लेने का विशेष आग्रह किया है। मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि उक्त मांगों पर शासन स्तर पर जल्द निर्णय नहीं लेने के बाद उनके द्वारा भोपाल पहुंचकर सीएम से भेंट की जाएगी।
ग्राम के प्रथम नागरिक की है यह पंरपरा
समाज के इतिहास को टटोले तो आदिवासियों में तड़वी और पटेल परंपरा गांव में व्यवस्था निर्धारित करती है। तड़वी और पटेल समाज की ओर से ग्राम के प्रथम नागरिक की भूमिका निभाते हैं। पंच में महत्वर्पूण जिम्मेदारी का निर्वहन करने के अलावा ग्राम में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य उन्हीं के हाथों कराया जाता है। कुल मिलाकर यह पंरपरा समाज में एक व्यक्ति को चिह्ंित कर उसे पूरे गांव का मुखिया बनाकर तड़वी और पटेल उपाधी से नवाजा जाता है।