रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
सांसद गुमानसिंह डामोर व रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना के काफिले को रोक कर प्रदर्शन करने के मामले में जेल में बंद जयस नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एसडीएम संजीवकुमार पांडे को सौंपा है। कलेक्टर के बाहर होने के कारण जिला पंचायत सीईओ से जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशुराम निनामा के साथ केवल 5 से 6 कायकर्ता मुलाकात कर पाए। साथ में आए कायकर्ताओं को कलेक्टोरेट से बाहर ही रखा गया।
सोशल मीडिया पर बड़े प्रदर्शन का दावा करने वाले जयस कार्यकर्ता कुछ संख्या में शनिवार दोपहर रतलाम कलेक्टोरेट पहुंचे। इसके पहले ही भारी संख्या में कलेक्टोरेट में पुलिस बल तैनात कर दिया। मुख्य गेट पर ही बेरीकैड्स लगा दिए गए। ज्ञापन सौंपकर जयस नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने और उनकी रिहाई की मांग की। जिला पंचायत सीईओ से मुलाकात के बाद एसपी अभिषेक तिवारी से भी मुलाकात की। इस दौरान कमलेश्वर डोडियार, चंदू मईड़ा, ध्यानवीर डामोर आदि मौजूद रहे।
यह था मामला
बिरसा मुंडा की जयंती पर कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे सांसद गुमानसिंह डामोर और ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना के काफिले को रोककर जयस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घेराव किया था। इस दौरान कलेक्टर के सुरक्षा गार्ड को चोट भी लगी थी इस मामले में बिलपांक पुलिस ने 19 नामजद और 50 से अधिक जयस कार्यकर्ताओं के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस ने जयस प्रदेश संरक्षक डॉ. अभय ओहरी, आरटीआई एक्टीविस्ट डॉ. आनंद राय, विमलेश खराड़ी, अनिल निनामा एवं गोपाल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में रखने के आदेश के साथ जिला जेल भेज दिया गया।