रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिला प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया का दौरा काफी गहमा-गहमी वाला रहा। योजनाओं के शिलान्यास में आये मंत्री के केबिन में महामंत्री की नो एंट्री ने भाजपा में हो रही उथल पुथल सामने ला दी। पूरे वाकये से ये तो साफ है की जो भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को अपनी जीत मानती है, अब उसके कार्यकर्ता व जिले के पदाधिकारी तक उपेक्षा के शिकार हो रहे है। भाजपा के जिला महामंत्री निर्मल कटारिया व प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया के बीच हुई तनातनी ने राजनीतिक गलियारे गर्मा दिए। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार प्रभारी मंत्री भदौरिया के स्वागत के लिए सर्किट हाउस पहुंचे पार्टी के जिला महामंत्री निर्मल कटारिया गुस्सा हो गए। वहीं दूसरी तरफ महापौर प्रहलाद पटेल की होटल में हुई जिलास्तरीय बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री ऐसे खफा हुए की यहां तक कह दिया की मैं दबाव में काम नही करता हूं।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद रतलाम जिला प्रभारी मंत्री भदौरिया सोमवार रात सर्किट हाउस पहुंचे थे। पहली दफा ऐसा हुआ की मंत्री की आगवानी में पार्टी की और से जिले का एक भी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद नहीं हुआ। दूसरे दिन मंगलवार सुबह जब भाजपा जिला महामंत्री निर्मल कटारिया अपने समर्थकों के साथ सर्किट हाउस पहुंचे। इस दौरान निगम कमिश्नर हिमांशु भट्ट पहले से मंत्री के बुलावे के इंतजार में बहार बैठे थे। निगम कमिश्नर को बुलावा आया तो उनके साथ – साथ महामंत्री कटारिया भी अपने समर्थकों के साथ चल दिए। इस दौरान गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मी ने कटारिया को रोक दिया, और कमिश्नर को जाने दिया। बस फिर क्या था, कटारिया नाराज हो गए और सुरक्षाकर्मी से बहस करने लगे। शोरगुल होने पर मंत्री भदौरिया के निज सचिव दौड़े-दौड़े बाहर आए और कटारिया को आवाज नहीं करने तथा कक्ष से बाहर जाने की नसीहत दे डाली। जिसके बाद नाराज जिला महामंत्री कटारिया अपने समर्थकों के साथ बाहर आ गए और बगैर स्वागत करे सर्किट हाउस से चले गए।
मंत्री भदौरिया के शिलान्यास व अन्य शासन के कार्यक्रम के बाद पार्टी की जिलास्तरीय बैठक शुरू हुई। बैठक में गुस्से से भरे जिला महामंत्री कटारिया ने सीधे-सीधे प्रभारी मंत्री भदौरिया पर आरोप लगाते हुए सवाल किया कि प्रभारी मंत्री जी आप निगम कमिश्नर भट्ट से ऐसी कौनसी लेन – देन की बात कर रहे थे जो मेरे सामने नहीं कर सकते थे ? बस फिर क्या था दूसरे छोर से प्रभारी मंत्री भदौरिया भी भड़क गए और आवेश में बोले कि “मैं भी दबाव में काम नहीं करता हूँ।” आप बैठक से बाहर चले जाइये। इसके बाद पूरी बैठक में सन्नाटा पसर गया और सभी एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। इसके बाद नाराज जिला महामंत्री कटारिया बैठक का बहिष्कार कर बाहर चले गए। बाद में हुई कोर कमेटी की बैठक में कोरम पूरा नहीं होने पर जिला महामंत्री कटारिया को बैठक में बुलाया गया। जिला भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की लगातार हो रही उपेक्षा के सवाल पर जिला प्रभारी मंत्री भदौरिया से जवाब प्राप्त करने के लिए मोबाइल लगाया लेकिन उनका फोन ऑफ मिला।
क्या कहते है मामले में जिला महामंत्री
सोमवार रात करीब 11.30 बजे तेज ठण्ड होने के कारण मंगलवार सुबह कट्सी के नाते गया था। पहले स्टाफ ने बताया कि वो बाथरूम में हैं और 2 मिनट बाद ही निगम आयुक्त को बुला लिया। प्रभारी मंत्री को साफ कह दिया है कि हमें उनकी जरूरत नहीं है उन्हें ही संगठन की जरुरत है। – निर्मल कटारिया, जिला महामंत्री- रतलाम