असीम राज पांडेय, केके शर्मा, जयदीप गुर्जर
रतलाम। रतलाम के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र में स्थित पुलिस थाना किसी उपलब्धि से नहीं बल्कि आपसी गुटबाजी और खींचतान से महकमें में सुर्खियों में है। माजरा कुछ ऐसा है कि थाने में 4-4 पुलिसकर्मियों के दो गुट (टीम) एक-दूसरे की कार्यप्रणाली से आमने-सामने थे। थाना प्रमुख और उनके तीन करीबी बल्लेबाजों के खिलाफ लिखित शिकायत “श्रीमान” के पास पहुंची। “आम आदमी का मानव अधिकार” लेटर पर हुई गंभीर अनियमित्ता की शिकायत में हस्ताक्षर की जगह एक चिड़िया बैठी थी और उसमें शिकायतकर्ता का नाम और मोबाइल नंबर नहीं था। प्रथम दृष्टया शिकायत फर्जी प्रतित होने पर शंका की सुई थाना प्रमुख के प्रतिद्वंदी टीम पर पहुंची। फिर क्या था “आउट ऑफ कंट्रोल क्राइम” की चुनौती से जूझ रहे “श्रीमान” ने थाना प्रमुख की प्रतिद्वंदी टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को रावटी, बाजना और जावरा की सरसी चौकी रवानगी दे डाली। चर्चा है कि थाना प्रमुख की एक गुगली ने प्रतिद्वंदी टीम को “क्लीन बोल्ड” कर महकमें में नया ख़िताब हासिल कर लिया।
…बोल वचन पड़ न जाए कहीं भारी
अपने बड़बोलेपन से नगर सरकार के माननीय इन दिनों सुर्खियों में है। चाहे कोई भी इनके पास समस्या लेकर जाए या फिर मंच से भाषण देने की बात हो तो वह समक्ष बैठे लोगों को बुद्धिहीन और स्वयं को बुद्धिमान समझकर उद्बोधन देते हैं। आहतो पर शराब परोसने की बंदी के निर्णय पर मंगलवार को हुई धन्यवाद सभा में नगर सरकार के माननीय के बोल वचन ने एक बार फिर शहर माननीय की मुसीबत बढ़ा दी है। नगर सरकार के माननीय ने अब प्रदेश में शराब विरोधी मुहीम का आगाज करने वाली पार्टी की कद्दावर वरिष्ठ नेत्री को ही चुनौती दे डाली। नगर सरकार के माननीय बोल उठे शराब बंदी कोई नहीं कर सकता, क्योंकि शराब से दवाइयां बनती है। पियो लेकिन कम मात्रा में पियो। मंच से इस तरह के बोल वचन से वहां मौजूद भी हंसी नहीं रोक पाए और थोड़ी देर में इनका यह वीडियो भी वायरल हो गया। यह साल चुनावी साल है ऐसे बोल वचन का आगे जाकर क्या नुकसान होने वाला है इसकी चिंता शहर के माननीय को ज्यादा सताने लगी है।
… 5-5 बार दिया न्यौता फिर भी बनाए बहाने
प्रदेश और शहर के विकास कार्यों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए शुरू यात्रा ने शहर माननीय की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। यात्रा में आम जनता की भीड़ पहुंचना तो दूर भाजपा पार्षदों के अलावा जमीनी कार्यकर्ताओं ने भी दूरी बनाए रखी। वार्डस्तर पर हुई यात्रा में भले ही क्षेत्रीय पार्षद गले में दुपट्टा डालकर शहर माननीय को शक्ल दिखाने पहुंचे हो लेकिन मंच के सामने अधिकांश कुर्सियां खाली रही। गुरुवार को शहर के बीचों-बीच दोबत्ती क्षेत्र में मंच बनाने के दौरान नेताजी काफी चिंतित दिखे। भीड़ जुटाने के लिए पार्षदों के पास 5-5 बार पार्टी, संगठन स्तर से न्यौता पहुंचा। इस दौरान कहा गया कि प्रत्येक पार्षद अपने साथ वार्डों से समर्थक भी लाए। नई नवेली शहर सरकार ने शामिल अधिकांश सत्ताधारी पार्टी के पार्षदों ने इस बार भी ग्राम नगरा में संघ पदाधिकारी के यहां विवाह समारोह से लेकर परिवार में गमी के चलते बाहर होने का बहाना बताकर पल्ला झाड़ लिया।