रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद लाडली बहना योजना में प्रगति नहीं होने से मंगलवार को लक्कड़पीठा स्थित महिला बाल विकास विभाग परिसर में सयुंक्त बैठक में जमकर बवाल मचा। इस दौरान नगर निगम कर्मचारियों ने काम के दबाव को लेकर आयुक्त हिमांशु भट्ट के समक्ष हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे डाली। मामला गरमाने के बाद निगम के अन्य अधिकारियों को कर्मचारियों का गुस्सा शांत करने के लिए सामंजस्य बनाना पड़ा।
मंगलवार को निगम आयुक्त भट्ट और महिला बाल विकास विभाग अधिकारी रजनीश सिन्हा द्वारा योजना क्रियान्वयन के लिए आशा, आंगनवाड़ी सहित निगमकर्मियों की सयुंक्त बैठक लेना थी। कार्य में प्रगति के उद्देश्य से शुरू होने वाली बैठक से पूर्व निगम कर्मियों ने टीम में शामिल आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा काम नहीं करना और हड़ताल का बहाना बनाकर मोबाइल अटैंड नहीं करने जैसी तमाम शिकायत रख दी। इस दौरान आयुक्त भट्ट ने कहा कि हमें टारगेट बेस काम करना है। इस पर निगम कर्मचारी यूनियन के हेमंत भट्ट ने कहा कि टारगेट बेस काम निगमकर्मी को ही क्यों सौंपा जाता है ? पूर्व में आयुष्मान योजना की जिम्मेदारी सौंपी, जिसमें घर-घर जाकर बेहतर कार्य कर रतलाम को प्रदेश में दूसरे स्थान दिलाया। जबकि यह योजना स्वास्थ विभाग की थी। निगम कर्मचारियों की समस्या कोई नहीं समझ रहा है। एक कर्मचारी को नियमित कार्यों के अलावा शासन की अन्य योजना सहित निर्वाचन में ड्यूटी लगा दी जाती है, जो न्यायसंगत नहीं है। आयुक्त भट्ट ने जवाब दिया कि उक्त कार्य में कौशल विकास की ट्रेंनिग प्राप्त कर चुके युवाओं से भी लिया जा रहा है। निगम कर्मचारियों ने कहा कि आयुक्त साहब सर्वर डाउन रहता है। समग्र आईडी को ई-केवायसी द्वारा आधार से लिंक कराने के लिए सिस्टम ओटीपी मिलते ही बाहर कर देता है, ऐसी तकनीक खामियों के बीच आप ही बताओ हम काम कैसे करें ? काफी कहासुनी और हंगामे की स्थिति के बाद उपायुक्त विकास सोलंकी, सिटी इंजिनियर सुरेश व्यास, सहायक यंत्री श्याम सोनी ने हड़ताल पर जाने की बात पर अड़े निगमकर्मियों को समझाने की कोशिश शुरू की। समाचार लिखे जाने तक मामला गरमाया हुआ है और अधिकारी अपने-अपने स्तर पर कर्मचारियों को साधने में जुटे हैं।