रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
गर्मी का मौसम शुरू हुए एक माह बीत जाने के बाद भी जिम्मेदारों का ध्यान शास्त्री नगर सिविक सेंटर स्थित एकमात्र सरकारी स्विमिंग पूल की ओर नहीं गया है। हर साल अधूरे बंदोबस्त से शुरू किए जाने वाला कुशाभाऊ ठाकरे तरणताल (स्विमिंग पूल) किसी ना किसी हादसे के कारण शुरू होने से पहले ही बंद कर दिया जाता है। दुर्घटना या हादसे के बाद उसकी जांच का हवाला देकर जिम्मेदार स्विमिंग पूल खोलने के नाम पर पल्ला झाड़ लेते है। ऐसे में कई सवाल तरणताल के अंदर हो रहे हादसों पर भी खड़े होते है। आपको जानकर हैरानी होगी कि नगर निगम के जिम्मेदारों को वर्ष-2011 में बनाए गए स्विमिंग पूल से जुड़े नियम नहीं मालूम है। निगम कमिश्नर एपी सिंह गहरवार का निजी स्विमिंग पूल और वाटर पार्क की जांच के सवाल पर कहना है की वे निजी है उनमें नगर निगम कोई जांच नहीं करती है। निजी स्विमिंग पूल संचालक कैसे भी संचालन कर सकते है।
शहर के कई प्रबुद्धजन इसे मिलीभगत बता कर तरणताल को बंद रखना साजिश बता रहे है। उनका कहना है कि सरकारी स्विमिंग पूल को बंद रखकर निजी पूल संचालकों को सीधा फायदा पहुंचाया जा रहा है। आपको बता दें कि कुशाभाऊ ठाकरे तरणताल का उद्घाटन 13 अगस्त-2013 को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किया था। तब वे विधानसभा चुनाव से पहले जनआशीर्वाद यात्रा लेकर रतलाम आए थे। स्विमिंग पूल का हर साल बंद रहना अब तैराकी के शौकीन बच्चों से लेकर बड़ो तक के गले नहीं उतर रहा है।
9 वर्षीय बालक की हुई थी मौत
दो करोड़ की लागत का यह स्वीमिंग पूल कोरोना का हवाला देकर दो साल तक बंद रखा गया था। खिलाड़ियों व नागरिकों की मांग पर इसे 14 अप्रैल-2022 आंबेडकर जयंती पर शहर विधायक चेतन्य कश्यप ने फिर से शुरू करवाया था। डेढ़ माह ही हुए थे कि 9 वर्षीय बालक मयंक पिता सुनील बैरागी की डूब जाने से मौत हो गई। घटना के बाद नगर निगम के कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगे थे और 6 को बर्खास्त भी किया गया। इससे पहले 14 सितंबर 2014 को भी खैरादीवास निवासी 18 वर्षीय राघव पिता आशीष पालीवाल की इसी तरणताल में डूबने से मौत हो चुकी है।
नियम विपरीत हो रहा संचालन
स्विमिंग पूल में लगातार होते हादसों के बावजूद शहर में राजनीतिक शरण लेकर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। शहर के बड़बड़ रोड़ पर एक निजी वाटर पार्क और एक निजी डॉल्फिन स्विमिंग पूल है। वाटर पार्क शहर के महापौर प्रहलाद पटेल के बेटे रुद्र पटेल द्वारा संचालित किया जा रहा है तथा डॉल्फिन पूल भाजपा से जुड़े विजय पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है। दोनों ही संचालकों के पास ना तो नियमानुसार अनुमति है और ना ही इनके पास प्रशिक्षित लाइफ गार्ड है। इनके खिलाफ कई बार शिकायतें भी हुई मगर सत्ताधारी दल के बाहुबल के कारण अधिकारी भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करते।
कमिश्नर को नहीं नियम की जानकारी
सिविक सेंटर स्थित तरणताल को जरूरी संसाधन जुटाकर जल्द शुरू किया जाएगा। निजी स्विमिंग पूल की जांच व अनुमति नगर निगम से नहीं ली जाती है। निजी स्विमिंग पूल मालिक उनके हिसाब से संचालन कर सकते है। – एपी सिंह गहरवार, नगर निगम कमिश्नर रतलाम