रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज़।
रतलाम जिले के गांव सुराणा में मंगलवार को हिन्दू पलायन की बात सामने आने पर सत्ता के साथ प्रशासनिक महकमा भी हैरान हो गया। मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी संज्ञान लेना पड़ा।
जिले के हिन्दू जागरण मंच के सैकड़ो कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। कलेक्टोरेट के बाहर जमकर नारेबाजी भी की गई। साथ ही वहां मौजूद पदाधिकारी ने कार्यकर्ताओं के बीच जोशीले भाषण भी दिए। बरहाल आमजन के बीच चर्चा का विषय बना रहा कि पिछले 2 वर्ष से ऐसी स्थिति बनी हुई है इस पर अब तक हिन्दू संगठन कहाँ थे और आज तीन दिन बाद मामले में ज्ञापन का क्या औचित्य ?
ख़ेर आज ज्ञापन में आगे इस तरह की घटना ना हो इसके लिए कुछ प्रमुख मांगे रखी गई। मंच ने सुराणा की तरह जिले के अन्य गांव भी बताए जहां तुष्टिकरण की सम्भावना है।
यह मांगे रखी ज्ञापन में :
मंच के संयोजक राजेश कटारिया ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन सिटी एसडीएम अभिषेक गेहलोत को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि जिले भर में जेहादी तत्व सक्रिय होते जा रहे है। जब भी विवाद की स्थिति बनती है,तब पुलिस द्वारा संतुलन बनाने के लिए जेहादी तत्वों के साथ साथ अत्याचार का शिकार बने हिन्दू युवकों पर भी प्रकरण दर्ज कर दिए जाते है,जिससे कुछ समय बाद अत्याचार की शिकार बने व्यक्ति भी अपराधियों की श्रेणी में गिने जाने लगते है। ऐसे में पुलिस को अत्याचार करने वाले जेहादियों के खिलाफ कडी कार्यवाही करना चाहिए और संतुलन साधने की आदत छोडना चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया है कि सुराणा जिले का अकेला गांव नहीं है, बल्कि जावरा,ताल,बरखेडा,,आलोटबडावदा,निंबाखेडा,नेगरुन,मकनपुरा,बरसी,जमुनिया शंकर,सनावदा ,मलवासा,चितावद,कमेड, जैसे अनेक गांवों में जेहादी कट्टरपंथी तत्व सक्रिय है। ज्ञापन में मांग की गई है कि जिले के अन्य स्थानों पर सुराणा जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जेहादी तत्वों पर कडी कार्यवाही की जाए और ऐसी घटनाओं के दौरान पुलिस की संतुलन साधने की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर अविलंब रोक लगाई जाए।
सुराणा में हालात सामान्य :
एक दिन पहले तक जिस सुराणा गांव में दहशत का माहौल बना हुआ था वहां अब हालात सामान्य है। हिन्दू परिवार ने खुद अपने हाथों से मकानों पर लिखा हुआ “मकान बिकाऊ है” मिटा दिए। गुरुवार दोपहर अपर कलेक्टर एमएल आर्य और एएसपी डॉ इंदरजीत बाकलवार गांव पहुंचे। जहां पलायन का मन बना चुके हिन्दू परिवारो से चर्चा की।
गांव में अस्थाई पुलिस चौकी का निर्माण कर पुलिस जवान तैनात किये गये। प्रशासन द्वारा विवादित अतिक्रमण को तोड़ने की कार्रवाई शुरू भी की गई। गांव के पूर्व पटेल दशरथ जाट का कहना था कि हम प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि आगे भी और कार्रवाई की जाएगी अगर प्रशासन निरंतर कार्यवाही करता है तो वह गांव से पलायन नहीं करेंगे।