रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज़।
जिले के कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में मंगलवार को हुए हादसे के बाद आज जिम्मेदारों ने निरीक्षण किया। वर्ष-1956 में बने लीड कॉलेज की मुख्य बिल्डिंग अब जीर्णशीर्ण हो चुकी है। बुधवार दोपहर कॉलेज पहुंचे शहर एसडीएम राजेश शुक्ला, पीडब्ल्यूडी एसडीओ पीके राय, कॉलेज प्राचार्य संजय वाते ने निरीक्षण किया। जानकारी के अनुसार लीड कॉलेज में पिछले 3 वर्षों में अलग-अलग मद से लगभग 10 करोड़ के निर्माण कार्यो की स्वीकृति मिली, मगर निर्माण कार्य अब तक अधूरे है। ऐसे में जिले के लीड कॉलेज में अध्ययन कर रहे 5 हजार विद्यार्थियों की जान को जोखिम में डाला जा रहा है। गौरतलब है की मंगलवार दोपहर कॉलेज के कक्ष का छज्जा गिरने से 3 छात्र घायल हो गए थे।
निरीक्षण पर आए पीडब्ल्यूडी एसडीओ पीके राय ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया की 1956 में बनी 60 साल पुरानी बिल्डिंग की उम्र पूरी हो चुकी है। इस कारण से सभी दूर से प्लास्टर गिर रहा है। बिल्डिंग को रिपेयर कर 2 से 4 साल और चला सकते हैं। इसके बाद बिल्डिंग का उपयोग जोखिम भरा है।
छात्रसंगठन पहुंचे कॉलेज
इस दौरान कॉलेज में छात्र संगठन के नेता भी पहुंच गए।एनएसयूआई अध्यक्ष देवेंद्रसिंह सेजावता ने साथियों के साथ कॉलेज निरीक्षण पर आए अधिकारियों के आगे जमकर प्रदर्शन किया। एनएसयूआई ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर दोषियों पर कार्रवाई को मांग की। वहीं विधार्थी परिषद के विभाग संयोजक कृष्णा डिंडोर ने भी एसडीएम को बताया कि अवगत कराने के बाद भी कॉलेज प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। यह बड़ी लापरवाही है। एसडीएम राजेश शुक्ला ने कमेटी बनाकर दस दिन में जांच करने का आश्वासन दिया। इस कमेटी में एबीवीपी तथा एनएसयूआई के पदाधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। इस दौरान मौके पर सीएसपी हेमंत चौहान भी मौजूद थे।
कॉलेज बिल्डिंग का निरीक्षण किया। बिल्डिंग को मेंटेनेंस की आवश्यकता है। हॉस्पिटल से छुट्टी लेने के कारण घायल छात्रों से मिलना नहीं हो सका। इस प्रकार के हादसे में मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है। – राजेश शुक्ला, रतलाम शहर एसडीएम