रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले के ग्राम पंचायत पलसोड़ा के सहायक सचिव के पिता की जहर पीने से मौत हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने शव रतलाम-सैलाना रोड ( समीप पलसोड़ा फंटे) पर रख जाम कर दिया। ग्रामीणों व परिजनों का आरोप है कि वर्तमान में जेल में बंद गांव के पूर्व सरपंच कैलाश राठौड़ व उनके पुत्रों से परेशान होकर जगदीश को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। मृतक जगदीश के कपड़ों से एक सुसाइड नोट भी मिला है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह जगदीश पिता रामचंद्र बोराना (65) निवासी पलसोड़ा ने कीटनाशक पी लिया था। मृतक जगदीश रतलाम जनपद के ग्राम पंचायत पलसोड़ा के सहायक मनोज बोराना के पिता हैं। सुबह परिजन उन्हें अचेत अवस्था में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। ड्यूटी डॉक्टर ने जगदीश को मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा। परिजन और ग्रामीण शव गांव के लिए निकले और बीच में पलसोड़ा फंटे के पास रतलाम-सैलाना मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। आक्रोशितों ने पूरे मामले में एसपी अभिषेक तिवारी के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि मृतक द्वारा पूर्व सरपंच कैलाश राठौड़ और उनके बेटो के कारण आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा है। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे पूर्व सरपंच सहित इनके दोनों बेटों के नाम लिखे होने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट अपने पास रख लिया है। सुसाइड नोट में क्या लिखा है अभी पुलिस ने इस बारे में कुछ नहीं बताया है। इधर जाम लगने से मुख्य मार्ग होने के कारण लंबी लाइन लग गई।
एसडीओपी व सीएसपी पहुंचे मौके पर
शव रख प्रदर्शन की सूचना पर एसडीओपी संदीप निगवाल, सीएसपी हेमन्त चौहान व नामली थाना का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ग्रामीण मौके पर कलेक्टर व एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे और उन्होंने गरीबों पर अत्याचार सहित पुलिस प्रशासन सहित एसपी तिवारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिकारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण मौके पर एसपी और कलेक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण और परिजन का प्रदर्शन जारी है।