– ठगी के शिकार पिछले एक वर्ष से काट रहे थे पुलिस के चक्कर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम के औद्योगिक थाना क्षेत्र में 10 लाख से अधिक रुपए की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। लाखों रुपये की धोखाधड़ी आरोपी द्वारा गुरुभाई बनकर की गई है। खास बात यह है कि मामले में शिकायतकर्ता एक वर्ष तक पुलिस के चक्कर काटते रहे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। थककर शिकायतकर्ताओं ने सीएम हेल्पलाइन सहित कलेक्टर का दरवाजा खटखटाया तब हरकत में आई औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने सेजावता निवासी धोखेबाज प्रलय जोशी और उसके चचेरे भाई विजय जोशी के खिलाफ धोखाधड़ी मुकदमा दर्ज किया।
फरियादी रामकन्या बाई के पुत्र दिनेश ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि उनकी माताजी जयगुरुदेव परिवार से जुड़़ी हैं। जय गुरुदेव के कार्यक्रमों से उनका संपर्क सेजावता निवासी भेरूलाल जोशी से हुआ था। वर्ष-2019 में भेरूलाल जोशी घर पर आए और बताया कि उनके पुत्र प्रलय जोशी ने कंपनी बनाई है, जिसमें अच्छी आमदनी होगी। गुरुभाई के नाते रामकन्या बाई ने भरोसा कर पांच लाख रुपये नकद (गड्डी के पहले नोट पर जयगुरुदेव लिखकर) आरोपी प्रलय जोशी को दो गवाहों के समक्ष सौंपे थे। आरोपी प्रलय द्वारा 45 दिन के भीतर पे-आऊट पेमेंट करंट खाते में आने की बात कही गई थी, जो राशि समय बीतने के बाद भी नहीं आई। इसी दौरान आरोपी प्रलय जोशी ने गंगासागर कॉलोनी निवासी दीपाली पति विशेष बुचके को धोखे के जाल में फंसाया। आरोपी प्रलय जोशी ने शिकायतकर्ता दीपाली बुचके से अपने चचरे भाई विजय जोशी के खाते में 5 लाख 90 हजार रुपये आरटीजीएस करवाए। वर्ष-2019 से दोनों शिकायतकर्ता आरोपी प्रलय जोशी से मुनाफा राशि नहीं मिलने पर उसके घर के चक्कर काटने लगे और वह अलग-अलग बहाने बनाने लगा। इसके बाद आरोपी ने टालमटोल शुरू कर मोबाइल पर बात करना भी बंद कर दिया। जनवरी-2022 में दोनों शिकायतकर्ताओं ने आरोपी प्रलय जोशी के खिलाफ औद्योगिक थाने से लेकर एसपी कार्यालय में शिकायत की, लेकिन शिकायत को जिम्मेदारों ने नजरअंदाज कर दिया। पुलिस कार्यालयों के चक्कर काटने के बाद शिकायतकर्ताओं ने सीएम हेल्पलाइन के अलावा कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के समक्ष जनसुनवाई में शिकायत की। अंतत: मामला उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।