- भूमाफिया समदड़िया ग्रुप को बेशकीमती जमीन सौंपने का मुद्दा
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम में सराफा बाजार को नई दिशा देने के लिए मध्यप्रदेश का पहला गोल्ड पार्क का निर्माण किया जा रहा है। इस गोल्ड पार्क का स्वरूप कैसा होना चाहिए, क्या रतलाम के सराफा व्यापारियों को इसमें दुकानें मिलेगी या नहीं ? ऐसे कई सवालों से सराफा व्यापारियों में असमंजस है। व्यापारियों में नाराजगी है कि इतने बड़े प्रोजेक्ट को लेकर उनसे किसी प्रकार की चर्चा शासन और प्रशासन ने अभी तक नहीं कर सीधे-सीधे उनकी उपेक्षा की है। जबकि इन्हीं व्यापारियों के कारण रतलाम का नाम स्वर्ण व्यवसाय पूरे देश में जाना जाता है।
नगर निगम के सामने गोल्ड पार्क बनाने का जिम्मा जबलपुर के बहुचर्चित भूमाफिया समदड़िया ग्रुप को दिया गया है। गोल्ड पार्क निर्माण का लोकार्पण भी 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान कर चुके हैं। बहुप्रतिक्षित बड़े प्रोजेक्ट में रतलाम के एक भी सराफा व्यापारी से चर्चा या राय नहीं ली गई। सराफा व्यापारियों की मानें तो उनकी कई पीढिय़ा गुजर गई सराफा में काम करते-करते, जिन व्यापारियों के कारण रतलाम के सोने की शुद्धता प्रदेश ही नहीं देश में जानी जाती है, ऐसे में इस गोल्ड पार्क को लेकर जिम्मेदारों द्वारा राय नहीं लेना व्यापारियों की एक तरह से अनदेखी करना है। व्यापारियों की मानें तो गोल्ड पार्क कैसा बनेगा, कितनी दुकानें होगी और कैसे विक्रय की जाएगी? इन तमाम सवालातों के बारे में आज तक ना तो प्रशासन और नहीं शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने अवगत कराया, जबकि रतलाम में सराफा व्यापारियों का एसोसिएशन है। बकायदा इस एसोसिएशन के चुनाव भी होते हैं। शहर में करीब छोटी बड़ी मिलाकर 400 सराफा दुकानें है। जबकि गोल्ड पार्क में करीब 1 हजार दुकानों के निर्माण की बात कहीं जा रही है।
क्या कहते हैं सराफा व्यापारी
1 – रतलाम सराफा बाजार की प्रमुख संस्था श्री सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष झमक भरगट का कहना है कि हम विकास कार्य के पक्षधर है। लेकिन इतने बड़े प्रोजेक्ट में सराफा व्यापारियों की अनदेखी की गई है। जगह चयन से लेकर निर्माण तक किसी प्रकार से विधायक काश्यप व अन्य जिम्मेदारों ने कोई चर्चा नहीं की है। रतलाम के सराफा व्यापारियों को दुकाने मिलेंगी या नहीं है इस बारे में भी असमंजस है।
2 – एसोसिएशन उपाध्यक्ष विशाल डांगी का कहना है कि व्यापारियों को विश्वास में नहीं लिया गया। व्यापारी संशय में है कि इस गोल्ड पार्क में बड़े-बड़े ब्रांडेड शोरूम आकर रतलाम सराफा बाजार पर कब्जा कर लेंगे। जिन व्यापारियों के कारण रतलाम का सोना देश में जाना जाता है ऐसे में एक भी व्यापारी से किसी भी प्रकार से चर्चा नहीं करना जिम्मेदारों की हठधर्मिता को दर्शाता है।
3 – एसोसिएशन सदस्य कीर्ति बड़जात्या का कहना है व्यापारियों को प्रशासन, निर्माणकर्ता एजेंसी और शहर विधायक ने चर्चा कर विश्वास में नहीं लिया। किसी भी प्रकार से कोई राय नहीं ली गई। गोल्ड पार्क से जुड़े क्या नियम, क्या कायदे कानून है? किन दुकानदारों को प्राथमिकता में लिया है, क्या रतलाम जिले वालों को मिलेगी, कुछ भी नहीं मालूम है। रतलाम आए मुख्यमंत्री से भी प्रबुद्धजनों के संवाद कार्यक्रम में भी यहीं प्रश्न लेकर गए थे कि जिस गोल्ड पार्क का उद्घाटन करने आए हो उसका सराफा व्यापारियों को कुछ पता ही नहीं और आपने उद्घाटन कर दिया है।
फोटो – प्रस्तावित गोल्ड पार्क