रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। झाबुआ विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने एक बार फिर प्रदेश के वनमंत्री नागरसिंह चौहान पर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि जोबट में एक 10 साल की बच्ची के साथ नागरसिंह चौहान के परिवार के सदस्यों ने दुष्कर्म किया। कार्रवाई की बजाए वह दोषियों को बचाने में लगे है। उनका इतना आंतक है कि जो गलती करता है उनको बचाने का काम करते है। वह दोषियों को बचा रहे है तो उनके घर क्यों नहीं तुड़वा रहे है। एक ही पार्टी के दो पैमाने कैसे हो सकते है। बीजेपी आज के समय आयातीत लोगों से भर गई है। भाजपा अब भर्ती जनता पार्टी बन गई है।
बता दे कि प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान की पत्नी अनीता चौहान को रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर संसदीय क्षेत्र (LOKSABHA ELECTION 2024) से बीजेपी का प्रत्याशी घोषित किया है। इनके सामने कांग्रेस की तरफ से कांतिलाल भूरिया को प्रत्याशी बनाया है। तब से विक्रांत भूरिया अपने पिता कांतिलाल भूरिया के समर्थन में चुनावी मैदान में उतरे हुए है। वह लगातार वनमंत्री पर आरोप लगा रहे है।
विक्रांत भूरिया रतलाम में मीडिया से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एलईडी के माध्यम से नागरसिंह चौहान का आदिवासी नेता कलावती भूरिया के खिलाफ बोलते हुए का वीडियो दिखाया। कुछ लोगों के हाथों में बंदूकों के साथ खड़े नागरसिंह चौहान का फोटो व वन मंत्री के गांव डोबलाछिरी के एक सरकारी स्कूल का वीडियो भी दिखाया, जिसमें मक्का भरी हुई थी। भूरिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश के वन मंत्री के गांव के स्कूल की यह हालात है तो वह चुनाव जीतने के बाद क्या करेंगे। वह नहीं चाहते है कि उनके गांव के बच्चे स्कूल में पढ़ाई करे। भूरिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव से हमारा रतलाम का भविष्य जुड़ा है। डाकू राज ना हो। इसलिए मैं यह सारे सबूत रख रहा हूं।
दबाव बनाया तो हुई कार्रवाई
भूरिया ने कहा कि जोबट विधानसभा में खट्टाली गांव में एक 10 साल की आदिवासी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। हमने एसपी पर दबाव बनाया कि कोई भी आरोपी छूटना नहीं चाहिए। तब जाकर कार्रवाई हुई। एक आरोपी नागरसिंह चौहान के परिवार से है। जब उस बच्ची के गांव गए तो गांव वाले एकत्र हुए। चौंकाने वाली बात बताई। इस तरह की घटनाएं होती रहती है। कार्रवाई करने पर डराया धमकाया जाता है। डर के मारे हम कुछ नहीं कर पाते। बच्ची को इंदौर में भर्ती किया। जीवन व मौत के संघर्ष से लड़ रही है। भूरिया ने कहा कि बच्ची की मां अस्पताल में है। पिता पलायन पर गए थे। प्रदेश में 20 साल से सरकार होने के बावजूद आदिवासियों भाईयों को पलायन पर जाना पड़ रहा है। इनके पीछे बच्चों की सुरक्षा करने वाला कोई नहीं है।
वनमंत्री के गांव का रिजल्ट 12 प्रतिशत
विक्रांत भूरिया ने कहा कि नागरसिंह चौहान के गांव डोबलाझिरी में हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम केवल 12 प्रतिशत है। जो व्यक्ति अपने गांव के बच्चों को पढ़ा नहीं सकता है। वह लोकसभा के लिए क्या करेगा। भाजपा शुरू से आदिवासी समाज का अपमान करती आ रही है। राजपूत समाज का भी अपमान किया। आज राजपूत समाज बोल रहा है केंडिडेट हटाओ। लेकिन उसे नहीं हटाया। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए मंत्री बनाया है। जितना लूट सको लूट लो। जितना डरा सके डराओ।