– महिला एक वर्ष से थी मुख्य आरोपी से अवैध संबंध में, वारदात में दो आरोपी गिरफ्तार
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के वर्धमान नगर निवासी 39 वर्षीय महिला के अंधेकत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी संतोष (39) पिता श्यामलाल राव निवासी हाकिमवाड़ा (रतलाम) महिला से पिछले एक वर्ष से अवैध संबंध में था और वह महिला के अन्य लोगों से संबंध बनाने पर नाराज था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लोकेंद्र भवन मार्ग स्थित एक बंगले पर मिलने के दौरान विवाद हुआ और आरोपी संतोष ने महिला का गला घोंटकर हत्या कर दी। बंगले का चौकीदार सलमान (32) पिता मोहम्मद एहसान निवासी चिंगीपुरा मुख्य आरोपी संतोष राव का दोस्त बताया जा रहा है। बंगले में ही शव को पुस्टे के गत्ते में पैक कर लोडिंग वाहन से माही नदी में ले जाकर फेंका जाता है।

अंधे कत्ल का सोमवार को एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने खुलासा किया। एसपी लोढ़ा ने बताया कि रतलाम के वर्धमान नगर निवासी 39 वर्षीय महिला 23 मई-2024 को शाम 4 से 5 बजे के बीच बाजार जाने का कहकर घर से स्कूटी क्रमांक एमपी-43 केए-9415 से निकली थी। लेकिन वापस घर नहीं लौटी। तब परिजनों ने देर रात खोजबीन कर थाना औद्योगिक क्षेत्र में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। दो दिन बाद 25 मई-2024 को महिला का शव क्षत-विक्षत हालात में झाबुआ जिले के गांव करवड़ थाना क्षेत्र स्थित माही नदी के समीप गांव घुघरी में पुस्टे के गत्ते में बंधा मिला था। 28 मई-2024 को शव की शिनाख्ती रतलाम निवासी औद्योगिक थाना अंतर्गत गुमशुदा महिला के रूप में हुई। झाबुआ पुलिस ने रतलाम पुलिस से संपर्क किया। शिनाख्ती के बाद शव परिजनों को सौंपा। 29 मई को अंतिम संस्कार किया गया। महिला के लापता होने के बाद उसकी स्कूटी और मोबाइल की पुलिस को सरगर्मी से तलाश थी।
घर से निकलकर महिला पहुंची थी संबंध बनाने
23 मई-2024 को महिला घर से निकलने के बाद आरोपी से मिलने से पहले महिला ने एक जगह और संबंध बनाए थे। इसके बाद महिला स्कूटी लेकर नगर निगम तिराहा पहुंची थी। यहां पर मुख्य आरोपी संतोष पिता श्यामलाल के साथ वह लोकेंद्र भवन रोड स्थित मुफद्दल विला (बंगले) पर पहुंची थी। महिला का मुख्य आरोपी संतोष के साथ मुफद्दल विला (बंगले) पर पहुंचने का वाक्या शहर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी फूटेज में कैद हुआ। शंका के आधार पर पुलिस ने जब संतोष को हिरासत में लिया तो उसने कबूला कि 23 मई -2024 की शाम करीब 7 बजे वह मुफद्दल विला (बंगले) के चौकीदार सलमान को सूचना कर वहां महिला को लेकर पहुंचा था। यहां पर कमरे में दोनों के बीच मुख्य आरोपी संतोष राव ने महिला से अन्य लोगों से संबंध होने पर आपत्ति लेते हुए नाराजी जताई थी। इस दौरान दोनों के बीच जमकर विवाद भी हुआ। विवाद के दौरान संतोष राव ने महिला का गला घोंटकर हत्या की थी।
महिला की स्कूटी खाचरौद छोड़कर आए थे आरोपी
गला घोंटने के दौरान महिला अचेत हो गई थी। संतोष राव और सहयोगी सलमान ने यह सोचा कि महिला बेहोश हो गई है तो दोनों ने उसके चेहरे पर पानी भी छिडक़ा लेकिन शाम 7.30 बजे तक महिला होश में नहीं आई। शरीर ठंडा पडऩे के बाद महिला को मृत समझकर उसकी लाश ठिकाने लगाने की आरोपियों ने कवायद शुरू की थी। संतोष जो कि लोडिंग ऑटो चलाता है वह लोडिंग ऑटो लेकर बंगले पर पहुंचा। बंगले में ऑटो को खड़ा करने के बाद दोनों आरोपी महिला की स्कूटी खाचरौद लेकर पहुंचे। रास्ते में आरोपियों ने स्कूटी की नंबर प्लेट निकालकर फेंकी जिससे उसकी पहचान न हो सके। इसके अलावा महिला के मोबाइल को भी तोडक़र रास्ते में फेंकने के बाद स्कूटी को खाचरौद के उज्जैन गेट पर जाकर खड़ा कर वापस बंगले पर आए थे।
बंगले से देर रात लोडिंग वाहन से शव लेकर हुए रवाना
महिला की स्कूटी और मोबाइल नंबर ठिकाने लगाने के बाद दोनों आरोपी वापस लोकेंद्र भवन मार्ग स्थित मुफद्दल विला (बंगले) पर पहुंचे। यहां पर आरोपियों ने महिला के शव को पुस्टे के गत्ते में सेलो टैप के माध्यम से पैक किया और उसे लोडिंग ऑटो में डालकर झाबुआ जिले के माही नदी किनारे फेंका। यह घटनाक्रम रात करीब 12.30 बजे का बताया जा रहा है। इसके दो दिन बाद शव ग्रामीणों को माही नदी के किनारे मिलने पर करवड़ पुलिस थाना (जिला झाबुआ) को सूचना मिली थी। महिला के शव पर मिली साड़ी और हाथ पर गुदे नाम से हुई थी। स्टेशन रोड थाना अंतर्गत महिला की हत्या के बाद गुमशुदगी औद्योगिक थाना में होने पर मामले की विवेचना औद्योगिक पुलिस ने की।
खुलासे में इनकी भूमिका सराहनीय
एसपी लोढ़ा ने बताया कि उक्त जघन्य हत्याकांड को चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया है। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में उनके द्वारा पूर्व में 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा की गई थी। उक्त हत्याकांड का पर्दाफाश करने में रतलाम औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा, एसआई सत्येंद्र रघुवंशी, सायबर सेल प्रभारी अमित शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक इशाक खान, प्रधान आरक्षक नीरज त्यागी, राहुल जाट, तपेश गोसाई, बलराम पाटीदार, मनमोहन शर्मा, आरक्षक कपिल, अर्जुन खींची, अभिषेक पाठक, आदी की भूमिका सराहनीय रही है।