– महिला की हत्या से पहले अंतिम बार हुई थी भाई से मोबाइल पर बात, वारदात में एक से अधिक आरोपी शामिल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। सात दिन पूर्व रतलाम के वर्धमान नगर निवासी रचना (39) पति भगवतीलाल उपाध्याय की अंधे कत्ल की कहानी पूरी तरह से सुलझा ली है। झाबुआ जिले के माही नदी किनारे मिले शव के मामले में रतलाम के औद्योगिक थाने में महिला की गुमशुदगी दर्ज थी। लापता कर दुष्कर्म के बाद महिला की नृशंस हत्या में रतलाम पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। मृतिका रचना की स्कूटी और मोबाइल के अलावा वारदात में लिप्त आरोपी राउंडअप किए जा चुके हैं। संभवत रतलाम पुलिस पूरे मामले का सोमवार दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम पर खुलासा करेगी।
उल्लेखनीय है कि रचना उपाध्याय 23 मई-2024 की शाम रतलाम के वर्धमान नगर स्थित घर से शाम 4 से 5 बजे के बीच स्कूटी क्रमांक एमपी 43 केए 9415 से बाजार जाने का कहकर निकली थी। लेकिन वापस घर नहीं लौटी। तब परिजनों ने थाना औद्योगिक क्षेत्र में गुमशुदगी दर्ज कराई। दो दिन बाद 25 मई को महिला का शव क्षत-विक्षत हालात में झाबुआ जिले के गांव करवड़ थाना क्षेत्र में माही नदी के समीप गांव घुघरी में मिला था। इसके तीन दिन बाद 28 मई को शव की शिनाख्ती रतलाम निवासी के रूप में हुई। झाबुआ पुलिस ने रतलाम पुलिस से संपर्क किया। शिनाख्ती के बाद शव परिजनों को सौंपा। 29 मई को अंतिम संस्कार किया। बताया जा रहा है की महिला के साथ विश्वास में धोखा हुआ है। 23 मई 2024 की शाम करीब 7 बजे महिला ने अपने भाई से मोबाइल पर अंतिम बार बात की थी। इसके बाद महिला का मोबाइल बंद हो गया था। महिला की हत्या से पूर्व उसका शारीरिक शोषण भी हुआ है। जिसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है। आरोपी की हैवानियत ही इस बात से स्पष्ट है कि उसने मृतिका रचना उपाध्याय के हाथ पैर टेप से बांधे थे। प्लास्टिक की थैली के ऊपर से गत्ते के कार्टून में शव पैक किया था। उसके ऊपर से साड़ी भी लिपटी हुई थी। इससे स्पष्ट होता है कि रचना की नृशंस हत्या आरोपी ने की थी।