रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा शहर में संचालित विभिन्न विद्यालयों में वीर बाल दिवस मनाया गया। श्री गुरू तेगबहादुर पब्लिक स्कूल न्यू रोड, शास्त्री नगर में विभिन्न आयोजन हुए। स्कूल में साहिबजादो, माता गुजरी एवं सिखों की शहादत दर्शाने वाली प्रदर्शनी लगाई। शास्त्री नगर स्थित स्कूल में भी सिख गुरुओं की वीरता व शहादत से विद्यार्थियों का अवगत कराया।
समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह ने कहा कि सिखों का इतिहास वीरता व शहादत के लिए जाना जाता है। उन्होंने कभी भी मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की। अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया। सिखों ने हिंदु धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान दे दिया। नवमे गुरु तेग बहादुर जी द्वारा हिंदुस्तान की मुगलो के आक्रमण से की गई रक्षा के कारण हिंद की चादर कहा जाता है। सिखो के दसवे गुरु गोविंद सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया जिसके कारण उन्हें सरवंशदानी कहा जाता है। जब कश्मीर कश्मीरी पंडितों पर मुगलों ने आक्रमण कर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया तो सबसे पहले सिखों ने कश्मीरी पंडितों की रक्षा की। इस दौरान विद्यार्थियों ने वीरता, शहादत के गीत भी प्रस्तुत किए। इस दौरान समिति उपाध्यक्ष हरजीत चावला, सचिव अजीत छाबड़ा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह वाधवा, प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा, समिति सदस्य सतपाल सिंह डंग, धर्मेंद्र गुरु दत्ता समेत प्रिंसिपल मेघा वैष्णव, प्रधान अध्यापिका सरला माहेश्वरी इंचार्ज मनीषा ठक्कर, शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद रहे।