– मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में आरोपी के खिलाफ मुकदमा
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के दीनदयाल नगर पुलिस थाना ने विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रशासनिक प्रमुख पंकज चौहान की रिपोर्ट पर आरोपी प्रभू मचार के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3/5 में केस दर्ज किया है। खेत में चर्च बनाकर आदिवासी समाज की महिलाओं और बच्चों को यहां पर बीमारी ठीक करने के नाम पर प्रार्थना सभा कर बड़ी संख्या में धर्मांतरण कराने का मामला सामने आ रहा है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस अन्य तथ्यों पर भी जांच कर रही है।
रविवार को समीपस्थ आमलीपाड़ा ग्राम पंचायत अंतर्गत लाखिया के खेत में बने अघोषित चर्च में 150 से अधिक आदिवासी समाज के लोग प्रार्थना सभा कर रहे थे। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों को इस बारे में जानकारी लगी तो मौके पर पहुंचे। हंगामा होने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। यहां से पुलिस आरोपी प्रभू मचार को हिरासत में लेकर थाने पहुंची। साथ ही ईसाई धर्म के ग्रंध, किताबें व अन्य सामग्री जब्त की थी। भवन के अंदर प्रार्थना सभा से जुड़ी सामग्री, स्टार, ईसा मसीह की मूर्ति भी लगी थी। दोपहर डेढ़ बजे विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री गौरव शर्मा को सूचना मिली। तब पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। तो वहां पर प्रार्थना सभा चल रही थी। उन्होंने पूछताछ की तो हंगामा मच गया। मौजूद लोगों ने पदाधिकारियों से झूमाझटकी करने की कोशिश की। तब पुलिस को सूचना दी। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री गौरव शर्मा, जिला धर्म प्रसार प्रमुख बबला गुर्जर, प्रशासनिक प्रमुख पंकज चौहान, बजरंग दल जिला सहसंयोजक आशु टाक, परियोजना प्रमुख लाल गुर्जर, साप्ताहिक मिलन प्रमुख सुनील राठौड़, सेवा प्रमुख अनिल रोटला, रवि शर्मा, विजय प्रजापत, लखन टाक, गोलू माली, दीपक , ललित चंदेल, समर सिंह आदि बड़ी संख्या में मौजूद थे।
बल के साथ पहुंचे थाना प्रभारी और शुरू की कार्रवाई
दीनदयाल नगर पुलिस थाना प्रभारी रवि दंडोतिया बल के साथ पहुंचे। मौके से ईसाई धर्म से जुड़ी किताबें, साहित्य व अन्य सामग्री जब्त की। प्रार्थना सभा कराने वाले एक व्यक्ति को भी पकड़ कर अपने साथ थाने लेकर आए। गांव की सड़क किनारे दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग है। रेल मार्ग की पटरियों को पार कर खेत में सीमेंट की पक्की सड़क से बीच से होकर खेत में यह भवन बना हुआ है। जिस पर किसी भी नजर नहीं जा सकती है। बताया जा रहा है कि काफी समय से यहां पर आदिवासी समाज के लोग आते है और प्रार्थना सभा करते है।
ग्रामीण बोले बीमारी ठीक करते है प्रभु ईशु मसीह
वंदेमातरम् न्यूज ने मौके पर मौजूद आदिवासी लोगों से चर्चा करना चाही तो उनका कहना था कि कोई धर्मातंरण नहीं हो रहा है। हम तो प्रभु ईशु मसीह की प्रार्थना करने आते है। प्रार्थना करने से हमारी बीमारी ठीक होती है। आज भी हम प्रार्थना कर रहे थे। सपना चरपोटा ने बताया कि हमारे पूर्वज ईशु मसीह का धर्म मानते थे। पेट में दर्द होता है यहां आने पर सुधर गया। किसी ने नहीं बुलाया। हल्दूपाड़ा से आई धापूबाई ने बताया काफी समय से बीमार थी। उठ-बैठ नहीं सकती थी। यहां आराधना करने से ठीक हूं। मालिक से प्रार्थना करते है। ठीक हो जाते है।
इनका यह है कहना
1 – गांव के पटरी पार खेत में तथाकथित रुप से चर्च बना रखा है। जाकर देखा तो 200 से 300 आदिवासी महिला एवं पुरुष प्रार्थना सभा में बैठे थे। सेवा व उपचार के नाम पर लोगों को बैठा रखा था। जिनको ईसाई धर्म के नाम पर धर्मातंरित किया जा रहा है। चर्च में कई ऐसे बीमार लोग भी मिले जिनका उपचार के नाम पर धर्मांतरंण किया जा रहा है। – गौरव शर्मा, जिला मंत्री-विश्व हिंदू परिषद
2 – हिंदू संगठन से सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना क्षेत्र में गांव आमलीपाड़ा में चर्च बनाकर धर्मातंरण किया जा रहा है। मौके पर पहुंचे थे। जांच में अब तक जो तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर कार्रवाई की गई है। अभी एक व्यक्ति के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया है। इसमें अगर किसी अन्य की संलिप्ता और भी पाई जाती है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। – रवि दंडोतिया, टीआई – दीनदयाल नगर थाना रतलाम (मध्य प्रदेश)