– आरक्षक मां और पिता की मौत के बाद से 9 वर्षीय बेटी सदमे में
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। लेबड़-नयागांव फोरलेन पर मेंटेनेंस कंपनी के बीच में खड़े ट्रक में शनिवार तड़के पीछे से कार घुस गई थी। इससे महिला आरक्षक और उसके पति की मौके पर ही मौत हो गई थी। बिलपांक थाना पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। मामले में बिलपांक टोल नाके पर वसूली करने वाली वेस्टर्न एमपी टोल कंपनी के प्रोजेक्ट हेड किशोर साहू व रोड मेंटेनेंस करने वाली कंपनी सरस इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट मैनेजर मुत्थू कुमार स्वामी को नोटिस दिया है। इसमें दोनों से सोमवार की शाम तक जवाब मांगा गया है। जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फोरलेन पर झालरापाड़ा के यहां डिवाइडर से लगकर फास्ट लेन में रोड मेंटनेंस में लगा ट्रक एचआर 67-9986 खड़ा था। शनिवार तड़के 4.30 बजे बदनावर की ओर से आई कार पीछे से ट्रक में घुस गई। कार में सवार माणक चौक थाने में पदस्थ महिला आरक्षक झन्ना गामड़ और उसके पति अरविंद डावर निवासी बोरझड़ी (धार) की मौके पर ही मौत हो गई। ये परिवार धार शादी में शामिल होकर लौट रहा था। कार की पिछली सीट पर बेटी प्रियल (9) और बेटा श्रेयांस (4) सोए थे। गनीमत रही कि दोनों को हल्की चोट आई और जान बच गई। हादसे के दौरान सुरेश गरासिया निवासी सिमलावदा अपनी पिकअप लेकर इंदौर से आ रहा था। सुरेश ने बताया कि जो गाड़ी ट्रक में घुसी उसके पीछे मेरी गाड़ी चल रही थी। यदि मैं आगे होता तो मेरी जान चली जाती। फोरलेन के बीच में जो ट्रक खड़ा था उस पर रेडियम पट्टी भी नहीं लगी हुई थी।
हादसे के बाद से बेटी सदमे में, बेटे को कुछ पता नहीं
हादसे के बाद दोनों बच्चों को गाड़ी से निकालकर घटनास्थल के पास एक टापरी में रहने वाले परिवार के सुपुर्द किया था। वहीं इन्हें सुला दिया था। घंटेभर बाद जब परिजन पहुंचे तो दोनों को उनके हवाले किया। मृतक अरविंद के चचेरे भाई मनीष डावर ने बताया कि श्रेयांस के सिर और चेहरे पर हल्की चोट लगी है। वहीं प्रियल सदमे के कारण बीमार हो गई। दोनों का इलाज करवाया गया। 9 साल की प्रियल कुछ बोल नहीं रही लेकिन वह सबकुछ समझ गई है, इसलिए उदास है। वहीं 4 साल के श्रेयांस को कुछ भी पता नहीं होने से वह रविवार को खेलता रहा।
लापरवाही की ऐसी हद थी कि ट्रक अंधेरे में बीच खड़ा था
ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर में लिखा है कि फोरलेन पर मेंटेनेंस करने ने वालों का ट्रक को अंधेरे में रोड पर खड़ा था। इसका उपयोग रोड निर्माण के दौरान लगाए जाने वाले बैरिकेड्स लाने-ले जाने में किया जाता है। इसमें ना रिफ्लेक्टर लगे थे और ना ही संकेतक बोर्ड। इसके इंडिकेटर भी चालू नहीं थे। इस कारण इंदौर की ओर से आई कार पीछे से इसमें घुस गई और दंपती की मौत हो गई। बिलपांक थाना टीआई अयूब खान ने बताया कि कंपनी के ड्राइवर ने बीच रोड पर ट्रक खड़ा किया था लेकिन नियमानुसार वहां सेफ्टी ऑफिसर मौजूद होना था जो हमें नहीं मिला। कंपनियों की लापरवाही के बारे में जांच की जा रही है।
लापरवाही के आधार पर सख्त कार्रवाई
फोरलेन पर लापरवाही से ट्रक खड़ा किया गया था जिससे महिला आरक्षक की पति सहित मौत हो गई। लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज किया है। कंपनियों के जिम्मेदारों को नोटिस दिए गए हैं। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। – राकेश खाखा, एएसपी-रतलाम