रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल परिसर में छात्रा की मौत के मामले में गठित एसआईटी टीम खंडवा, हैदराबाद सहित ओडिसा में जांच के लिए रवाना हो गई। पोस्टमार्टम के दौरान आए परिजन के बयान के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों से हुई पूछताछ के बाद एसपी गौरव तिवारी ने सूक्ष्मता से जांच के लिए सोमवार रात को 11 सदस्यीय एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया था। सीएसपी हेमंत चौहान के नेतृत्व में गठित टीम में तीन अलग-अलग दल बनाकर मंगलवार को खंडवा, हैदराबाद और ओडिसा के लिए रवाना किया। एसआईटी परिजन द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष दिए बयान को जमीनीस्तर पर जांचने के साथ साक्ष्य एकत्र कर सप्ताह के अंत तक लौटेेगी।
मालूम हो कि सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल परिसर में 9 दिसंबर की रात 17 वर्षीय छात्रा अलीशान पिता लेब्रियल लोम्गा ने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी। स्टेशन रोड पुलिस ने 11 दिसंबर को परिजन के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में 3 डॉक्टरों की पैनल से कराया था। मृतिका छात्रा अलीशान के पिता लेब्रियल, मां बप्तिस्ता और भाई अखिलेश लोम्गा को अन्यंत्र भेज स्कूल प्रबंधन कर्मचारी जयप्रकाश उर्फ जेपी ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर पूरे मामले में कई सवाल को जन्म दिया था। शिवशंकर कॉलोनी के सामने स्थित क्रिश्चियन चर्च में शव सुर्पुद खाक करने के बाद पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिजन से सवालात किए थे। मृतिका छात्रा अलीशान के पिता लेब्रियल, मां बप्तिस्ता और भाई अखिलेश लोम्गा से जुटाई जानकारी की जमीनीस्तर पर सत्यता जांचने के लिए एसआईटी को रवाना किया। एसआईटी खंडवा स्थित सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल परिसर में बहन के साथ मृत छात्रा ने बिताए दो माह के समय के अलावा हैदराबाद में इंग्लिश स्पिकिंग और रिटर्न की कोचिंग के दौरान की गई पढ़ाई के साथ स्थायी निवासी ग्राम ललाईखामन जिला सुंदरगढ़ (ओडिसा) में पड़ताल करेगी। परिजन ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि मृतिका छात्रा अलीशान पढ़ाई में काफी अच्छी थी और इम्तिहान में कम नंबर आने पर वह डिप्रेशन में आ जाती थी। इसकी के चलते कक्षा 9वीं में क्लास में चौथी रैंक आने पर उसने हाथ की नस भी काट ली थी। इन्हीं सब बिंदुओं को जांचने के लिए एसआईटी पड़ताल करेगी कि परिजन द्वारा दिए जा रहे बयानों में कितनी सत्यता है।
सूक्ष्मता से जांच जारी
छात्रा की मौत के मामले में सूक्ष्मता से जांच जारी है। परिजन के बयानों को जांचने के लिए टीम को खंडवा, हैदराबाद और ओडिसा के लिए रवाना कर दिया। परिजन को भी स्कूल परिसर से बाहर ठहराया है ताकि उन पर किसी भी तरह का मनोवैज्ञानिक स्तर का दबाव नहीं रहे और स्वतंत्रा पूर्वक जांच में सहयोग कर सकें।- गौरव तिवारी, एसपी रतलाम