– लागत से भी कम भाव मिलने से किसानों ने फेंकी थी रतलाम मंडी में हरी मिर्च
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम मंडी में हरी मिर्च के भाव फिर तीखें होने लगे हैं। रतलाम सब्जी मंडी में हरी मिर्च 13 से 15 रुपए प्रति किलो के मान से व्यापारियों ने खरीदना शुरू कर दिया है। जबकि यही मिर्च 3 से 5 रुपए किलो बिकी थी और किसानों ने भाड़ा नहीं मिलने पर मिर्च को कचरे के ढेर में फेंक दिया था। किसानों को मिर्च की लागत कम मिलने का प्रमुख कारण दो दिनों तक मंडी में बंपर आवक होना बताया जा रहा है।
बता दें कि जिला मुख्यालय की सब्जी मंडी में मिर्च की बंपर आवक होने के कारण किसानों को भाव नहीं मिल पा रहे थे। नतीजतन भाड़ा और फसल की लागत नहीं निकलने से किसानों ने मंडी परिसर में हरी मिर्च फेंककर चले गए थे। बड़ी मात्रा में मिर्च फेंकने से कचरे के ढेर में तब्दिल हो गई थी। बुधवार को मंडी में आवक कम होने पर व्यापारियों ने ऊंचे दामों से बोली शुरू की। सैलाना तहसील के नारायणगढ़ से मिर्च लेकर आए किसान बबलू अमलियार ने बताया कि इन दिनों मिर्च की आवक ज्यादा हो रही है। आवक ज्यादा होने से जो भाव किसानों को मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पा रहे हैं। पिछले दो दिनों में भाव इतने कम थे कि फसल की लागत तो दूर भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा था। ग्राम पलदूना के किसान रमेश धाकड़ ने बताया कि भाव कम होने के कारण बीज और मेहनत तक नहीं मिल रही है। आने वाले दिनों में उम्मीद है कि हमें हरी मिर्ची की फसल की और अच्छी लागत मिलेगी। इधर व्यापारियों की मानें तो बाहरी मंडियों में भी मिर्च की कीमत काफी कम है, जिससे हमारा भी भाड़ा नहीं निकल पा रहा है। सब्जी व्यापारी प्रद्युमन शर्मा ने बताया कि मिर्च का उत्पादन 5 गुना हो रहा है लेकिन आगे खपत 1 एक गुना हो रही है। आगे कोई खरीदने के लिए तैयार नहीं है। इस कारण भाव में तेजी से गिरावट आई थी।
इन राज्यों में जाती है मिर्च
रतलाम हरी मिर्च राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, गुजरात के सूरत, अहमदाबाद, महाराष्ट्र के मुंबई, अहमदनगर सहित आदि स्थानों पर जाती है।