रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। विश्व मागंल्य संस्था द्वारा योग गुरू इंदु पाठक का लगातार कई वर्षों से रोटरी गार्डन तथा ब्राह्मण बोर्डिंग रतलाम में निशुल्क जटिल और असाध्य रोगों से निवारण हेतु योग अभ्यास करवाया जा रहा है। इसी तारत्मय में आयोजित भव्य वर्धापन कार्यक्रम में इन्दू पाठक का योग के माध्यम से जन-जन को निरोग बनाने में दी गई निःस्वार्थ सेवा के लिये विश्व मांगल्य सभा की प्रदेशाध्यक्ष सूरज डामोर ने उनका सम्मान किया। सम्मान समारोह के दौरान पद्मश्री डॉ. लीला जोशी मंच पर विशेष रूप से मौजूद थीं।
विश्व मांगल्य सभा की प्रदेशाध्यक्ष सूरज डामोर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग महिलाओं एवं जन साधारण के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है। यह एक ऐसी विद्या है जिसको जीवन में धारण करने से व्यक्ति का सर्वागीण विकास होता है। इसे अपनाने वाला व्यक्ति जीवन में कभी निराश नहीं होता है। यदि योग को मातृशक्ति के जीवन में या दिनचर्या में प्रमुखता से शामिल कर लिया जाए तो वह जीवन के प्रत्येक ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकती है। चूंकि योग हमें संस्कारवान, चरित्रवान, कर्मठ, अनुशासित, मेधावी, बनाता है। जरूरत हमें इसे नियमित रूप से अभ्यास करने की है। इस दिशा में योग गुरू इन्दू पाठक ने रतलाम जैसे शहर में अनेकों स्थानों पर योग कक्षाएं निशुल्क रूप से चलाकर प्रत्येक के जीवन में आरोग्यमय जीवन का जो मंत्र दिया है वह अनुकरणीय है तथा इसका लाभ समाज के प्रत्येक सदस्य के आरोग्यमय जीवन का एक प्रसंशनीय पहलू है। कार्यक्रम में योग गुरू इन्दू पाठक ने कहा कि योग सभी उम्र के लोगों के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यदि आप किसी बीमारी से गुजर रहे हैं, सर्जरी से उबर रहे हैं या किसी पुरानी स्थिति के साथ जी रहे हैं, तो योग आपके उपचार का एक अभिन्न अंग बन सकता है और संभावित रूप से उपचार में तेजी ला सकता है।
योग गुरू इंदु ने निभाई अहम भूमिका
उल्लेखनीय है कि योग गुरू इंदु पाठक ने गोंडा, महाराष्ट्र, नेपाल, चरखी दादरी, पुणे जैसी जगहों पर योग अभ्यास शिविरों में जाकर लोगों को उनके बीमारी के हिसाब से योग करवा कर काफी हद तक उन्हे आरोग्य प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई है। योगाभ्यास करवाने के साथ ही पूर्व में योग गुरू इंदु पाठक सरस्वती शिशु मंदिर द्वारा संचालित बाल संस्कार केंद्र मैं भी पठन पाठन करवाया है। योग गुरू इंदु पाठक ने लक्ष्मणपुर क्षेत्र में स्थित गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की है जिससे बच्चों में संस्कार प्रज्वलित हुआ। उनके इन सभी कार्यों को ध्यान में रखते हुए योग गुरू इंदु पाठक का बड़ी संख्या में उपस्थित नारी शक्ति की मौजूदगी में शाल श्रीफल और प्रतिक चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया।ज्ञातव्य है कि योग गुरू पाठक के पति प्रमोद पाठक भी विगत 20 वर्षो से रतलाम में योग गुरू के रूप में निशुल्क योगाभ्यास करवा रहे है ।