– युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने भी सभा को किया संबोधित
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में मतदाताओं को प्रत्याशी के भाग्य पर मुहर लगाने में सिर्फ 9 दिन शेष बचे हैं। अब रतलाम में चुनाव प्रचार ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा ने भाजपा विधायक और प्रत्याशी चेतन्य काश्यप पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा ने चैलेंज किया कि भाजपा प्रत्याशी उनके मंच पर आकर सवालों के जवाब दें।
रतलाम में कांग्रेस प्रत्याशी सकलेचा की आमसभा बीती रात कस्तूरबा नगर में हुई। मुख्य वक्ता गुरमीत सिंह सलूजा, कुलदीप इंदौरा, शहर अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट, शैलेंद्र सिंह अठाना, फैयाज मंसूरी, राजीव रावत, सुजीत उपाध्याय आदि मंचासीन रहे। कर्नाटक से आए गुरमीत सिंह सलूजा ने उद्बोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ रही है, आप सरल सहज कांग्रेस के उम्मीदवार पारस सकलेचा को ही वोट दें। युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष मयंक जाट ने पानी की समस्या पर जोर देते हुए कहा कि हमेशा विधायक जी हर बार उद्घाटन करते रहते हैं और पानी की समस्या ज्यो की त्यों है। हर बार अख़बारों में खबर छपती है रोज नल से पानी देंगे। कब देंगे? उसका कोई भरोसा नही। हर थोड़े दिन में विधायक जी का काम है उद्घाटन करना और बहुमान करवाना। आप लोगों ने कभी विधायक जी को सड़कों पर चलते हुए देखा नहीं? क्योंकि वह तो महलों में रहने की आदी है। उनको क्या मालूम यहां पर लोग धूल खा रहे हैं। मयंक जाट ने विधायक भवन में चार दरवाजे बताएं। जाट ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आते हैं चारों दरवाजे जनता के लिए एक एक करके खुलते जाते हैं और जैसे ही चुनाव खत्म होंते हैं चारों दरवाजे आम जनता के लिए वापस बंद हो जाते है। प्रत्याशी सकलेचा ने अपनी आने वाली सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे वचन पत्र में 1227 वचन है। हम इन पर काम करेंगे।
सकलेचा ने कहा कि अहंकार में तीन गए, धन, वैभव और वंश। यकीन ना आए तो देख लो रावण कौरव और कंस। सकलेचा ने कहा कि विधायक जी आप आमसभा क्यों नहीं करते? मेरा आपको खुला चैलेंज है कि आप आमसभा करे। अभी हमने दशहरा मनाया, दशहरे में रावण का वध होता है। रावण भी राजा था, उसमें बहुत सारे गुण थे, साथ ही उसमें तीन अवगुण भी थे जिसके कारण उसका नाश हुआ। रावण में अहंकार था, क्रोध था और कामवासना थी… यह मैं नहीं बोल रहा, यह रामचरितमानस बोल रही। रावण कितना भी दुबला हो या मोटा हो, एक सिर का हो या 10 सिर का हो। 21 फीट, 51 फीट का हो 101 फीट का हो मरना रावण को ही है।