अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़े हुए पूर्व सांसद गुडूड, रतलाम सिटी, ग्रामीण, जावरा एवं आलोट में विरोध
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
विधानसभा चुनाव – 2023 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। कांग्रेस ने रतलाम जिले की पांचों विधानसभा में प्रत्याशी घोषित कर दिए है। प्रत्याशी घोषित होते ही रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा को छोड़ शेष चार विधानसभा में घोषित कांग्रेस प्रत्याशियों का विरोध जमकर होने लगा है और नाराज कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

सबसे पहले हम बात करते है रतलाम शहर की। गुरुवार देर रात कांग्रेस ने दूसरी सूची घोषित की। रतलाम शहर से पारस सकलेचा को प्रत्याशी बनाया। प्रत्याशी घोषित होने के 24 घन्टे के अंदर ही कुछ लोगों ने छत्रीपुल स्थित आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष दल-बदलू का बैनर व फोटो लगाकर सकलेचा का पुतला जला दिया। ऐसे में आने वाले दिनों में इनका विरोध खुलकर सामने आ सकता है। सकलेचा पर शुरू से दल बदलू की छाप है। 2003 में कांग्रेस ने सकलेचा को टिकट दिया था, तब वह हार गए थे। 2008 में कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय का चुनाव लड़ा और प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी को हरा दिया था। चुनाव के दौरान हिम्मत कोठारी पर लगाये गए आरोपों को लेकर कोठारी कोर्ट चले गए तब कोर्ट ने सकलेचा की विधायकी शून्य घोषित कर दी थी। सकलेचा वर्ष 2013 में फिर चुनाव में उतरे और जमानत जप्त हो गई थी।
जावरा में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता
दूसरी सूची में जावरा से हिम्मत श्रीमाल को प्रत्याशी बनाया गया। यहां पर टिकट की दौड़ में डीपी धाकड़, राजेश भरावा और वीरेंद्र सिंह सोलंकी मैदान में थे। लेकिन तीनों स्थानीय नहीं थे। इस कारण पार्टी ने श्रीमाल को टिकट दिया। रात से लेकर शुक्रवार दोपहर तक जावरा में इनका विरोध लगातार जारी रहा और पुतले दहन किये गए।
रतलाम ग्रामीण में भी हो रहा विरोध

रतलाम ग्रामीण विधानसभा में उम्मीदवार की घोषणा होने के पहले से बाहरी उम्मीदवार का विरोध शुरू हो गया था। कांग्रेस ने रतलाम जनपद के पूर्व सीईओ लक्ष्मण डिंडोर को प्रत्याशी बनाया है जो कि स्थानीय नहीं है। ग्रामीण कार्यकर्ता रतलाम से लेकर भोपाल तक विरोध जता चुके है और लगाकर विरोध कर रहे हैं। विरोध करने वालों में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव किशन सिंघाड़, पूर्व विधायक लक्ष्मीदेवी खराड़ी और वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे थावर भूरिया सहित कई ग्रामीण कांग्रेसी शामिल है। रतलाम ग्रामीण विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से स्थानीय उम्मीदवार को टिकट दिए जाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। ग्रामीण कार्यकर्ता लगातार बाहरी को टिकट देने पर आगामी दिनों में सड़क पर आकर जमकर विरोध की तैयारियों में है।
पूर्व विधायक गुडडू नाराज

आलोट विधानसभा में स्थानीय वर्तमान विधायक मनोज चावला को टिकट दिए जाने से पूर्व सांसद एवं आलोट के पूर्व विधायक प्रेमचंद गुडडू का खेमा नाराज चल रहा है। गुड्डू शुरू से अपनी दावेदारी जताते हुए टिकट की मांग रहे थे। पार्टी ने उनकी बेटी को सांवेर से टिकट दिया है। लेकिन अभी भी वह आलोट से दावेदारी कर स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। विगत दिवस गुड्डू ने आलोट में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन रखा है। इस सम्मेलन में वह सब कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए जो कि वर्तमान विधायक व प्रत्याशी मनोज चावला का विरोध कर गुड्डू को टिकट दिए जाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस की अंतर्कलह अब धीरे-धीरे खुल कर सामने आ रही है। सम्मेलन में पूर्व सांसद गुड्डू भी पहुंचे और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पूर्व विधायक गुड्डू ने खुले मंच से कह दिया है पार्टी अगर टिकट परिवर्तित नहीं करती है तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।