रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
विधानसभा चुनाव के करीब आते ही प्रदेश से वार्डस्तर तक निकाली जा रही विकास यात्रा को लेकर आधे-अधूरे और गुणवत्ताहीन कार्य भी सामने आने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला रतलाम के मुखर्जी नगर में विकास यात्रा के कार्यक्रम में सामने आया। नगर-निगम की लापरवाही देख शहर विधायक चेतन्य काश्यप को भीड़ से नगर निगम के सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल को बुलाकर नसीहत देना पड़ी कि वह आधे-अधूरे काम नहीं करें। मामला क्षेत्र में कुछ माह पूर्व बनी सीमेंट कांक्रीट सड़क से जुड़ा है, जिसमें ठेकेदार ने सांठगांठ कर सड़क किनारे मुहरम नहीं बिछाया, जिससे आमने-सामने वाहन आने से कभी भी संतुलन बिगड़ने पर बड़ा हादसा हो सकता है।
मंगलवार को मुखर्जी नगर क्षेत्र में विकास यात्रा अंतर्गत सत्ताधारी भाजपा का कार्यक्रम आयोजित हुआ। मंच पर पहुंचने से पूर्व विधायक काश्यप के सामने उक्त मार्ग पर यात्रा में शामिल दो बसें आमने-सामने हो गई। इस दौरान दोनों बसों के चालकों के सामने संकट आ गया कि एक भी सड़क से नीचे बस उतारता है तो वह संतुलन बिगड़ने से पलट जाएगी। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ जाम की स्थिति लग गई। इस जाम में यात्रा में शामिल वाहनों के अलावा नेताओं के काफिले का बड़ा जाम लग गया था। बड़ी मुश्किल से जाम से राहत पाने के बाद कार्यक्रम शुरू हुआ। भाजपा पदाधिकारियों के अलावा नगर निगम के जनप्रतिनिधि सहित युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विप्लव जैन भी मौजूद थे।
शहर विधायक काश्यप ने केंद्रीय और प्रदेश कि भाजपा सरकार के विकास कार्यों की उपलब्धियां गिनाने के दौरान नवनिर्मित सड़क निर्माण में ठेकेदार द्वारा बरती लापरवाही को आडे हाथों लेकर मौके पर ही सिटी इंजीनियर जायसवाल को तलब कर लिया। विधायक काश्यप ने अधूरे कार्य को लेकर स्पष्ट शब्दों में माइक से कहा कि ऐसे अधूरे काम नहीं होंगे। काम करना है तो पूरे करों। सड़क को बनाकर उसके दोनों तरफ 3-3 फ़ीट मुरर्म नहीं बिछाया है, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, उस हादसे का कौन जिम्मेदार रहेगा। भीड़ के सामने निगम के सिटी इंजीनियर जायसवाल ने गलती स्वीकारते हुए उसे जल्द सही कराने की बात कही। मंच से उतरने के बाद विधायक काश्यप ने मामले में दोबारा नाराजगी जाहिर की। इस दौरान वार्ड के क्षेत्रीय पार्षदों ने भी विकास कार्यों के दौरान नगर निगम के इंजीनियर द्वारा मौके पर निरीक्षण नहीं करना और ठेकेदारों को जमीनीस्तर पर कार्यों को जांचे बगैर चैम्बर में बैठे-बैठे भुगतान करवाने संबंधित गंभीर आरोप भी लगाए।