मध्यप्रदेश के 244 किलोमीटर क्षेत्र में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने आम जनता के लिए खोला रास्ता
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के 244 किलोमीटर क्षेत्र में निर्मित दिल्ली मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे की औपचारिक शुरुआत बुधवार से हुई।एक बार फिर एक्सप्रेस वे निर्माण के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों से खेतों पर जाने के रास्ते बंद होने का विवाद सामने आया है। सुबह 8 लेन का उद्घाटन हुआ तो दोपहर में रतलाम के धामनोद में 8 लेन पर ग्रामीणों ने पहुंच प्रदर्शन किया। दो दिनों में यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे जाम करने की चेतावनी दी है।

बता दें कि 8 लेन एक्सप्रेस का उद्घाटन कार्यक्रम दो दिन पहले ही अचानक से बना। बुधवार सुबह नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों ने नेतानगरी के बिना ही उद्घाटन कर दिया। इधर दोपहर में नवनिर्मित दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे पर धामनोद के पास टोल नाके पर ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। सूचना मिलने पर तहसीलदार और एसडीओपी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर कहा कि गांव से खेत तक के रास्ते 8 लेन निर्माण शुरू होते ही बंद कर दिए है। ग्रामीणों के अनुसार एक्सप्रेस-वे की वजह से उन्हें खेत तक जाने के लिए कई किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। यह स्थिति सभी ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पन्न हो रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी को ज्ञापन देकर किसानों के रास्ते बंद नहीं किए जाने और वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था देने की मांग करते हुए दो दिन का समय दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों से चर्चा कर समस्या का वैकल्पिक हल निकालने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है।
ग्रामीण विधायक को भी बुलाया
ग्रामीणों ने रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना को भी 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर बुलाया। लेकिन वह धामनोद में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ले रहे थे। ग्रामीण वहां पहुंच गए। विधायक को समस्या बताई। तब विधायक ने उन्हें आश्वासन दिया कि जहां से रास्ता चाहिए वहां से आपको रास्ता बनाया जाएगा। इसके बाद विधायक भी 8 लेन एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे और निरीक्षण किया।